Thursday, November 21, 2024
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तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद में मिलावट की पुष्टि, पवन कल्याण ने ‘सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ की मांग उठाई

तिरुपति, आंध्र प्रदेश: तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद में मिलावट की पुष्टि होने के बाद आंध्र प्रदेश में धार्मिक और राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने दावा किया है कि प्रसाद में जानवरों की चर्बी पाई गई है। गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा की गई जांच में इस मिलावट की पुष्टि हुई है। टीडीपी के अनुसार, लड्डू प्रसाद में गोमांस की चर्बी, मछली के तेल और ताड़ के तेल का उपयोग किया जा रहा था।

पवन कल्याण ने की कड़ी कार्रवाई की मांग

आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ पर गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी करते हुए कहा, “तिरुपति बालाजी प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाने की खबर ने हमें गहरे सदमे में डाल दिया है। तत्कालीन वाईसीपी सरकार द्वारा गठित तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) बोर्ड को इस पर जवाब देना चाहिए। हमारी सरकार इस मामले में सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है।”

उपमुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि देशभर के मंदिरों और उनसे जुड़े मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह केवल तिरुपति मंदिर की बात नहीं है। देशभर में मंदिरों के साथ हो रहे अपमानजनक कृत्यों पर गंभीर विचार-विमर्श की आवश्यकता है। सभी नीति-निर्माता, धार्मिक प्रमुख, न्यायपालिका, और नागरिकों को एक साथ आकर इस मुद्दे पर बहस करनी चाहिए। सनातन धर्म के संरक्षण के लिए हमें एकजुट होना पड़ेगा।”

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का बड़ा आरोप

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी इस मामले में सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि पिछली सरकार के समय तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसाद में मिलावट की गई थी। मुख्यमंत्री नायडू ने कहा, “वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया है और अन्नदानम (भोजन वितरण) की गुणवत्ता से समझौता किया है।”

उनके अनुसार, इस तरह के आरोप न केवल धार्मिक आस्था पर चोट पहुंचाते हैं बल्कि लोगों के बीच मंदिरों के प्रति विश्वास को भी कम करते हैं। नायडू ने इस मुद्दे को लेकर राज्य की मौजूदा सरकार पर भी दबाव बनाने की कोशिश की, ताकि इस मामले में जल्द से जल्द न्याय हो सके।

टीडीपी का आरोप और धार्मिक भावनाओं पर असर

टीडीपी ने यह दावा किया है कि तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर में जो लड्डू प्रसाद वितरित किया जाता है, उसमें जानवरों की चर्बी और अन्य अवांछित सामग्री का प्रयोग किया गया है। इस खुलासे के बाद राज्य में धार्मिक भावनाएं भड़क उठी हैं और विभिन्न धार्मिक संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया है। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, जहां कई लोगों ने इस घटना की निंदा करते हुए कठोर कदम उठाने की मांग की है।

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