चीन ताज़ा खबर: मौजूदा समय में पड़ोसी देश चीन प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहा है. वहां के मौसम विभाग द्वारा बीते रविवार (18 फरवरी 2024) को 3 अलर्ट जारी किए गए. पहली सूचना में बताया गया कि कई हिस्सों में जल्द ही तापमान गिरने वाले हैं. इसके बाद दूसरी सुचना में बताया गया कि जल्दी ही कुछ हिस्सों में भारी बर्फबारी देखने को मिल सकती है.
तीसरी सुचना में मौसम विभाग द्वारा रेतीले तूफान की आशंका जताई गई थी और यह सच साबित होता हुआ भी नजर आ रहा है. सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहे हैं. वायरल हो रहे वीडियो में चीन के कई हिस्सों में रेतीले बालू का भयंकर तूफान उड़ता हुआ नजर आ रहा है.
The biggest sandstorm in recent 20 years hit Xinjiang.😲 pic.twitter.com/h45H7tDrvt
— Sharing Travel (@TripInChina) February 18, 2024
हाल यह है कि हजारों लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं और राहत कैंप में जीवन गुजारने के लिए मजबूर हैं. चीन की नेशनल मेटियोरोलॉजिकल सेंटर के मुताबिक भयानक सर्दी की आशंका को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
The first sandstorm of 2024 hit Xinjiang, China yesterday….. pic.twitter.com/QS352XbUkb
— Volcaholic 🌋 (@volcaholic1) February 18, 2024
तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. ये इलाके जो प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे हैं उसमें इनर मंगोलिया, उत्तरी पूर्वी चीन और उत्तरी चीन के हिस्से खासतौर पर शामिल हैं. इसके अलावा मध्य भाग में स्थित हुबेई और हूनान प्रांत में भी भयानक बर्फबारी देखी जा रही है.
Sandstorm damaged vehicles and left many travelers stranded on highways in Turpan, China’s Xinjiang. Firefighters and police officers came to their rescue, and evacuated them to safety. #sandstorm #China #rescue #firefighter #police #scene #evacuate #safety pic.twitter.com/Ylr3vr79XC
— China Xinhua News (@XHNews) February 18, 2024
चीनी लोगों की मुसीबतें तब बढ़ गईं जब भयानक सर्दी के बीच रेतीली हवाएं चलनी लगी. इसकी प्रचंडता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन हवाओं की चपेट में आने से कई पेड़ जड़ सहित उखड़ गए हैं. इस दौरान कुछ वृक्षों को हवा में उड़ते हुए भी देखा गया.
हाल यह है कि ट्रैंफिक व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई है. गांसू प्रांत के जियुकुआन शहर में करीब 40,000 लोग फंसे हुए हैं. तूफान की गति को देखते हुए लोगों को हाइवे और एक्सप्रेसवे पर जाने की मनाही है.