कोटा न्यूज़: राजस्थान एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) की टीम ने कोटा शहर के गुमानपुरा थाना पुलिस के सहयोग से 31 लाख की लूट के मामले में 50 हजार के इनामी बदमाश शाकिर को पकड़ा है। आरोपी शाकिर उर्फ शूटर पुत्र निजामुद्दीन निवासी संजय नगर थाना विज्ञान नगर 6 महीने से फरार चल रहा था। आरोपी को बापर्दा रखा गया है।अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध एवं एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन ने बताया कि 21 जून को कोटा शहर के व्यापारी विनय गोयल का कर्मचारी जितेंद्र मेहता रावतभाटा रोड स्थित नीतेश जिंदल की मोबाइल शॉप से 31 लाख रुपए लेकर लौट रहा था।
वारदात को अंजाम देने की फिराक में आया
दोपहर करीब 4 बजे टीचर्स कॉलोनी के पास दो बाइक पर आये बदमाश चाकू से हमला कर पैसों से भरा बैग लूट कर भाग गए। पूर्व में घटना के मुख्य सूत्रधार विष्णु प्रजापति और लूट एवं हमले के आरोपी इनायत हुसैन, इरफान अंसारी, साजिद हुसैन उर्फ धीरप और नरेश को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।एडीजी एमएन ने बताया कि टीम के सदस्य हेड कांस्टेबल मदन लाल शर्मा व कांस्टेबल श्रवण कुमार को आरोपी शाकिर उर्फ शूटर के बारे में आसूचना प्राप्त हुई कि नोएडा, हाथरस और झालावाड़ में फरारी काटने के बाद वह अभी कोटा शहर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में आया है। एमएन ने बताया कि आसूचना को डवलप करने के बाद आईजी प्रफुल्ल कुमार के पर्यवेक्षण एवं एजीटीएफ के एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल मदन लाल शर्मा, कांस्टेबल अरुण कुमार, श्रवण कुमार, कुलदीप सिंह एवं कांस्टेबल चालक सुरेश कुमार की टीम को कोटा रवाना किया गया। शुक्रवार देर रात थाना गुमानपुरा पुलिस के सहयोग से टीम ने संजय नगर इलाके से 50 हजार के इनामी आरोपी शाकिर उर्फ शूटर को डिटेन किया, जिसे थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
शाकिर आदतन अपराधी है
शाकिर आदतन अपराधी है। इसके विरुद्ध कोटा शहर के थाना विज्ञान नगर, महावीर नगर व गुमानपुरा और ग्रामीण जिले के सुकेत व सिमलिया थाने में गंभीर प्रकृति के 10 आपराधिक प्रकरण दर्ज है।एमएन ने बताया कि इस कार्रवाई में एजीटीएफ के एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल मदनलाल शर्मा, श्रवण कुमार, अरुण कुमार, कुलदीप सिंह, कांस्टेबल चालक सुरेश कुमार व गुमानपुरा थाने के कांस्टेबल करतार सिंह की विशेष भूमिका रही। गिरफ्तारी में गुमानपुरा एसएचओ भूपेंद्र सिंह, कांस्टेबल करतार सिंह, जीतराम व महेंद्र का सहयोग रहा।