कोटा, राजस्थान: राजस्थान के कोटा जिले के सिमलिया थाना क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन सड़क हादसा हुआ। शुक्रवार तड़के एक निजी स्लीपर बस तेज रफ्तार में अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे 12 से 15 यात्री घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए कोटा के एमबीएस हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद अधिकांश यात्रियों को छुट्टी दे दी गई। यह स्लीपर बस गुजरात के अहमदाबाद से मध्यप्रदेश के भिंड-मुरैना की ओर जा रही थी।
![Advertisement's](https://samacharjhunjhunu24.com/wp-content/uploads/2025/02/b4a9f854-f4c4-474a-8305-8e5039b0d1dc-1024x683.jpeg)
कैसे हुआ हादसा
सिमलिया थाना क्षेत्र के एएसआई हरिराज सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह दुर्घटना राष्ट्रीय राजमार्ग 27 (NH-27) पर पोलाईकला में गत्ता फैक्ट्री के पास हुई। बस तेज रफ्तार में थी और डिवाइडर के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में कुल 60 से 70 यात्री सवार थे, जिनमें से 12 से 15 यात्रियों को हल्की चोटें आई हैं। दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को एम्बुलेंस की मदद से एमबीएस हॉस्पिटल भेजा। अधिकांश घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि यात्रियों को उनके गंतव्य तक भेजने के लिए दूसरी बस की व्यवस्था की गई।
ड्राइवर को झपकी लगने की आशंका
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बस चालक को संभवतः नींद की झपकी लग गई थी, जिससे बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर के पास जाकर पलट गई। हालांकि, वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है। हादसे के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यातायात को सुचारू किया और बस को सड़क से हटवाया।
लगातार दूसरे दिन सड़क हादसा
सिमलिया थाना क्षेत्र में यह लगातार दूसरा सड़क हादसा है। इससे पहले गुरुवार सुबह साढ़े 6 बजे दिल्ली-मुंबई 8-लेन हाईवे पर प्रयागराज कुंभ से मंदसौर जा रही एक यात्री बस खड़े ट्रक से टकरा गई थी। इस बस में 50 से अधिक यात्री सवार थे। इस हादसे में पति-पत्नी समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। लगातार हो रही दुर्घटनाओं ने यात्री सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
![Advertisement's](https://samacharjhunjhunu24.com/wp-content/uploads/2025/01/Picsart_25-01-18_19-34-42-569-668x1024.jpg)
यात्री सुरक्षा पर उठे सवाल
लगातार हो रही दुर्घटनाओं के चलते यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को अधिक सख्ती बरतने की जरूरत है। परिवहन विभाग को तेज रफ्तार बसों पर निगरानी रखने, बस चालकों की स्वास्थ्य जांच करने और सुरक्षा मानकों को लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।