कुपवाड़ा, जम्मू-कश्मीर: भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त रूप से कुपवाड़ा के गुगलधार क्षेत्र में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम देकर 2 आतंकियों को मार गिराया है। यह सफलता ऑपरेशन गुगलधार के तहत मिली, जिसके दौरान सेना और सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस ऑपरेशन के तहत आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं, और इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।
खुफिया सूचना पर लिया एक्शन, मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर
सुरक्षा एजेंसियों को खुफिया सूचना मिली थी कि कुपवाड़ा के गुगलधार इलाके में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं। इस जानकारी के आधार पर 4 अक्टूबर 2024 को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त रूप से एक बड़ा अभियान शुरू किया। सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी की और जैसे ही सेना के जवान वहां पहुंचे, आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में कुछ घंटों तक मुठभेड़ चली, जिसमें 2 आतंकी मारे गए। सेना के अनुसार, यह ऑपरेशन अभी भी जारी है और अन्य आतंकियों की तलाश की जा रही है।
आतंकियों के पास से मिले भारी हथियार
इस मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों को आतंकियों के पास से भारी संख्या में हथियार और गोला-बारूद मिले हैं। सेना ने आतंकियों के ठिकाने से AK-47 राइफलें, ग्रेनेड, और अन्य विस्फोटक सामग्रियाँ बरामद की हैं। यह पुष्टि की गई है कि ये आतंकी पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ करके आए थे।
पाकिस्तान से घुसपैठ कर आए थे आतंकी
खबरों के अनुसार, मारे गए दोनों आतंकी पाकिस्तान से भारत की सीमा पार करके अवैध रूप से जम्मू-कश्मीर में दाखिल हुए थे। आतंकी कुपवाड़ा के गुगलधार इलाके में छिपे हुए थे और बड़ी साजिश रच रहे थे। सुरक्षाबलों को जैसे ही इनकी संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली, तुरंत कार्रवाई की गई और उन्हें मार गिराया गया। सेना ने अपनी सतर्कता बढ़ाते हुए पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू किया है ताकि और भी आतंकियों को पकड़ा जा सके या ढेर किया जा सके।
आर्मी और जम्मू-कश्मीर पुलिस का ज्वॉइंट ऑपरेशन
भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि यह ऑपरेशन पूरी तरह से सुनियोजित था और सेना के जवानों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर इसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया। सेना पहले से सतर्क थी, और जैसे ही संदिग्ध गतिविधियों का पता चला, सेना ने तत्काल एक्शन लिया। ऑपरेशन के दौरान सेना ने स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा और मुठभेड़ को नियंत्रित तरीके से अंजाम दिया गया।