झुंझुनूं: पंचायत समिति सूरजगढ़ की ग्राम पंचायत काजड़ा के नागरिकों ने सोमवार को जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपते हुए सरपंच मंजू तंवर के खिलाफ फैलाई जा रही भ्रांतियों पर आपत्ति जताई। ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना के तहत गांव में कुण्ड निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसकी जानकारी उन्हें पंचायत स्तर पर आयोजित बैठकों और सूचना समूहों के माध्यम से प्राप्त हुई थी।
ग्रामीणों के अनुसार सरपंच ने पारदर्शिता के साथ योजना की जानकारी साझा की और 12000 रुपये की अंशदान राशि के भुगतान की बात कही, जिसे स्वयं ग्रामीणों की सलाह पर पंचायत के खाते में जमा नहीं कराया गया। इसका कारण यह था कि इससे पूर्व वर्ष 2021 में जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत जमा की गई राशि VWSC समिति के खाते में डाली गई थी, लेकिन उस समय जिन लाभार्थियों को स्वीकृति नहीं मिली, उनके पैसे लौटाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसी अनुभव के आधार पर पंचायत स्तर पर आयोजित बैठक में ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि जब तक योजना की स्वीकृति नहीं आती, तब तक राशि पंचायत खाते में जमा न की जाए।
ज्ञापन में ग्रामीणों ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने सरपंच के खिलाफ शिकायत की है वे राजनैतिक कारणों से ऐसा कर रहे हैं और वे पंचायत की छवि खराब करने की मंशा रखते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच मंजू तंवर ने अब तक ईमानदारी, पारदर्शिता और समानता के साथ कार्य किया है, और उनके कार्यकाल में गांव के विकास को नई दिशा मिली है।
ज्ञापन में कहा गया कि यदि मंजू तंवर के खिलाफ किसी प्रकार की अनुचित कार्यवाही की जाती है तो यह ग्रामवासियों की भावनाओं के खिलाफ होगा और यह लोकतांत्रिक मूल्यों पर चोट मानी जाएगी। ग्रामीणों ने प्रशासन से अनुरोध किया कि सरपंच के विरुद्ध की जा रही कार्यवाही को तुरंत रोका जाए और पंचायत के कार्यों में बेवजह हस्तक्षेप बंद किया जाए।
ज्ञापन देने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता धर्मपाल गाँधी, उप सरपंच राकेश कुमार, समाजसेवी भरत नागवान, दिनेश खाटीवाल, सुनील राजोरिया, युवा नेता रमेश गुर्जर, सुशील खाटीवाल, लक्ष्मण सिंह शेखावत, प्रेम सिंह नायक, शंभू सिंह, संदीप शेखावत, विजय सिंह शेखावत, गुणसागर शास्त्री, भीम सिंह शेखावत, प्यारेलाल कुमावत, विद्याधर पूनिया, विजयपाल धींवा,पवन गुर्जर, विनोद सोनी, राय सिंह शेखावत, नथमल नागवान, सुमेर सिंह शेखावत, भाल सिंह, धीर सिंह नायक, किशन सिंह, महावीर प्रसाद सैनी, महेश धींवा, लीलाधर नायक, भगवाना राम नायक, नानग नायक, मेहरचंद पूनिया, सुरेश स्वामी, उम्मेद सिंह, अशोक गुर्जर, कपिल गुर्जर, विकास मारवाल, मुन्नाराम कुमावत, नाहर सिंह शेखावत, राजेश स्वामी, अनिल कलावटिया, मूला राम, बेजा राम, पूर्ण मल, निरंजन, मोहन लाल, रघुवीर सिंह, सज्जन कुमार, विजेन्द्र, लोक चन्द्र, शीशराम, नौरंग लाल, रोतास, पूजा स्वामी, सुमन मेघवाल, सुनीता मनीठिया, होशियार सिंह, अशोक कुमार सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।