सूरजगढ़, 19 मई 2025: प्रतिष्ठित साहित्यकार, गांधीवादी चिंतक और सामाजिक कार्यकर्ता धर्मपाल गांधी की आगामी पुस्तक ‘आज़ादी की राहों में’ शीघ्र ही साहित्य जगत में प्रकाशित होने जा रही है। आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने इस पुस्तक के माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाली महिला सेनानियों की अनसुनी व प्रेरणास्पद कहानियों को पाठकों के सामने लाने का प्रयास किया है।

महिला सेनानियों की गाथाओं को समर्पित
‘आज़ादी की राहों में’ पुस्तक में भारत की आज़ादी के लिए संघर्षरत रहीं लगभग चालीस महिला क्रांतिकारियों के जीवन प्रसंगों को शामिल किया गया है। लेखक का उद्देश्य उन गुमनाम बलिदानी महिलाओं के त्याग और साहस को सामने लाना है, जिन्हें इतिहास में वह मान-सम्मान नहीं मिल पाया, जिसकी वे अधिकारी थीं।
स्वतंत्रता संग्राम पर वर्षों से कर रहे शोध
धर्मपाल गांधी लंबे समय से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर शोध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक की प्रेरणा उन्हें प्रयागराज की साहित्यकार रेनू मिश्रा ‘दीपशिखा’ और आदर्श समाज समिति इंडिया से जुड़े सहयोगियों से मिली। उनके अनुसार, आज़ादी के आंदोलन का सही आकलन तब तक अधूरा रहेगा, जब तक उसमें महिलाओं की भागीदारी को समुचित स्थान नहीं दिया जाता। यह कृति उन महान महिलाओं को श्रद्धांजलि है जिन्होंने आज़ादी के लिए अपना सर्वस्व समर्पित किया।
प्रकाशित करेगा अंकुर प्रकाशन, संपादन कर रहीं अंजू गांधी
पुस्तक का प्रकाशन अंकुर प्रकाशन, नोएडा द्वारा किया जाएगा और इसका संपादन अंजू गांधी द्वारा किया जा रहा है। धर्मपाल गांधी इससे पूर्व भी ‘हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ’, ‘आज़ादी के दीवाने’ और ‘क्रांति का आगाज़’ जैसी तीन पुस्तकों का लेखन कर चुके हैं, जिन्हें पाठकों और इतिहास प्रेमियों ने खूब सराहा। ये पुस्तकें अमेज़ॉन जैसे ऑनलाइन मंचों पर भी उपलब्ध हैं।

नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत
लेखक ने बताया कि ‘आज़ादी की राहों में’ केवल ऐतिहासिक घटनाओं का संकलन नहीं है, बल्कि यह पुस्तक नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का माध्यम है, जो देश के इतिहास और स्वतंत्रता संघर्ष में महिलाओं की भूमिका को जानना चाहती है।
यह कृति न केवल इतिहास के गुमनाम पन्नों को उजागर करती है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि नारी शक्ति ने हर दौर में परिवर्तन की दिशा तय की है।
पुस्तक के शीघ्र विमोचन की तैयारी अंतिम चरण में है और इसके माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम के अनछुए पहलुओं से साहित्य जगत और पाठकों को परिचित कराने की एक गंभीर कोशिश की जा रही है।