वाशिंगटन, 20 अप्रैल, 2024: अमेरिका ने आज चीन और बेलारूस की चार कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिन पर पाकिस्तान को बैलिस्टिक मिसाइल के पुर्जे और तकनीक मुहैया कराने का आरोप है। यह प्रतिबंध अमेरिका की ओर से पाकिस्तान के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर लगातार बढ़ते दबाव का हिस्सा है।
विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि ये कंपनियां “भारी तबाही वाले हथियारों के प्रसार” में शामिल थीं। उन्होंने कहा कि अमेरिका “अप्रसार प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वालों को जवाबदेह ठहराने के लिए प्रतिबद्ध है।”
प्रतिबंधित कंपनियों में शामिल हैं
- लॉन्गडे टेक्नोलॉजी डेवलेपमेंट कंपनी लिमिटेड (चीन): इस कंपनी पर पाकिस्तान को बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए ठोस प्रणोदक मोटरों के घटकों की आपूर्ति करने का आरोप है।
- तियानजिन क्रिएटिव सोर्स इंटरनेशनल ट्रेड कंपनी लिमिटेड (चीन): इस कंपनी पर पाकिस्तान को बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए वेल्डिंग उपकरण और एक्सीलेरेटर सिस्टम की आपूर्ति करने का आरोप है।
- ग्रानपेक्ट कंपनी लिमिटेड (चीन): इस कंपनी पर पाकिस्तान को बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए फिलामेंट वाइंडिंग मशीनों की आपूर्ति करने का आरोप है।
- मिंस्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट कंपनी (बेलारूस): इस कंपनी पर पाकिस्तान को बैलिस्टिक मिसाइल लांचरों के लिए विशेष वाहन चेसिस की आपूर्ति करने का आरोप है।
इन प्रतिबंधों के तहत, इन कंपनियों की अमेरिका में स्थित सभी संपत्तियों को जमा कर लिया जाएगा और उन्हें अमेरिकी कंपनियों के साथ व्यापार करने से भी रोक दिया जाएगा।
यह कदम अमेरिका और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों को और बढ़ा सकता है। पाकिस्तान ने इन प्रतिबंधों की निंदा की है और उन्हें “अनुचित और अनावश्यक” बताया है।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका ने पाकिस्तान के परमाणु हथियार कार्यक्रम से जुड़ी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है। पहले भी अमेरिका ने तीन चीनी कंपनियों – जनरल टेक्नोलॉजी लिमिटेड, बीजिंग लुओ लुओ टेक्नोलॉजी डेवलेपमेंट लिमिटेड और चांगझो यूटेक कंपोजिट कंपनी लिमिटेड – पर प्रतिबंध लगाया था जिन पर पाकिस्तान को बैलिस्टिक मिसाइल तकनीक बेचने का आरोप था।