नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के मेगा ऑक्शन का काउंटडाउन शुरू हो गया है, जिसमें दुनिया भर के क्रिकेट फैंस की नजरें इस बड़े इवेंट पर टिकी हैं। यह मेगा ऑक्शन 24 और 25 नवंबर को सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित होगा। ऑक्शन की तारीख तय होने के बाद खिलाड़ियों के बेस प्राइज भी सार्वजनिक कर दिए गए हैं, जिसमें कई बड़े नाम शामिल हैं।
इस बार 23 भारतीय खिलाड़ियों ने अपने बेस प्राइज को 2 करोड़ रुपये पर निर्धारित किया है। हालांकि, कुछ चर्चित खिलाड़ियों जैसे सरफराज खान और पृथ्वी शॉ ने अपने बेस प्राइज 75 लाख रुपये रखा है, जो क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है। इन दोनों खिलाड़ियों का नाम दिल्ली कैपिटल्स द्वारा रिलीज किए गए खिलाड़ियों की सूची में शामिल है, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इन दोनों ने इतने कम बेस प्राइज क्यों चुना।
नीलामी में अनसोल्ड होने का डर: सरफराज और शॉ की रणनीति
सरफराज खान और पृथ्वी शॉ ने 75 लाख रुपये का बेस प्राइज तय करने का फैसला इस डर से लिया है कि कहीं वे नीलामी में अनसोल्ड न रह जाएं। पिछले साल के ऑक्शन में सरफराज पर किसी भी टीम ने दिलचस्पी नहीं दिखाई थी, जिससे वह अनसोल्ड रहे थे। ऐसे में, इस बार 75 लाख रुपये के बजट में कुछ टीमों के उनके बेस प्राइज पर उन्हें खरीदने की संभावना है। इसका एक प्रमुख कारण यह भी है कि सरफराज अब कैप्ड प्लेयर बन गए हैं, जो उनके चयन की संभावना को और मजबूत करता है।
सरफराज खान: नौ साल पहले आईपीएल में मिला था मंच
सरफराज खान के आईपीएल करियर की शुरुआत 2015 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए हुई थी। अपने पहले सीजन में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन बाद में उनकी प्रदर्शन की निरंतरता में कमी आई। पिछले नौ वर्षों में सरफराज ने आईपीएल में केवल 37 मैच खेले हैं, जहां उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिल पाए। इस कारण उनका प्रदर्शन प्रभावी नहीं रहा, हालांकि आईपीएल ने उन्हें एक पहचान दी है।
पृथ्वी शॉ: दिल्ली कैपिटल्स से रिलीज होने के बाद नई शुरुआत
पृथ्वी शॉ, जो पिछले दो वर्षों से दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा रहे हैं, इस बार टीम द्वारा रिलीज कर दिए गए हैं। शॉ को दिल्ली की तरफ से 7.5 करोड़ रुपये की राशि मिल रही थी, लेकिन उनकी प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका। इसके अलावा, उनके विवादास्पद मामलों के कारण टीम ने उन्हें इस साल रिलीज करने का निर्णय लिया। शॉ ने अपना बेस प्राइज दो करोड़ रुपये न रखकर एक समझदारी भरा निर्णय लिया है ताकि उन्हें टीम द्वारा संभावित रूप से चुना जा सके।