चिड़ावा: उपखंड के सेहीकलां गांव स्थित शिवालय मंदिर में चल रही श्री शिव महापुराण कथा के चतुर्थ दिवस पर गणेश जन्मोत्सव का दिव्य प्रसंग प्रस्तुत किया गया। वाणीभूषण प्रभुशरण तिवाड़ी ने कथा के दौरान श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए बताया कि समस्त देवताओं ने मिलकर गणेश को अपना अध्यक्ष नियुक्त किया और उन्हें सभी कार्यों में प्रथम पूजा का अधिकारी बनाया। उन्होंने गणेश को विघ्नहर्ता और बुद्धि का देवता बताते हुए उनके स्तवन को हर व्यक्ति के लिए कल्याणकारी बताया।
कथा के दौरान तिवाड़ी ने स्वामी कार्तिक, चंद्रचूड़ और वानासुर जैसे पौराणिक प्रसंगों का भी विस्तार से वर्णन किया। प्रवचन से पूर्व यजमान गजानंद शर्मा ने पत्नी सहित पंडित सियाराम शर्मा के सान्निध्य में पूजन किया। इस मौके पर माता पार्वती और गणेश की जीवंत झांकी सजाई गई, जिसने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीत की सुमधुर स्वर लहरियों ने पूरे परिसर को भक्ति रस से सराबोर कर दिया।
इस आयोजन में कैलाश शर्मा, बुद्धिधर कुलहरी, विक्रम शर्मा, नंदलाल स्वामी, भागीरथ मल शर्मा, सत्यनारायण वर्मा, रवि वर्मा, अशोक शर्मा, राकेश पूनिया, रामभगत पूनिया, अरविंद शर्मा, रतिराम महरिया, डॉ जगदीश शर्मा, मनोज नायक, संतोष शेखावत और हजारीलाल शर्मा सहित बड़ी संख्या में महिला और पुरुष श्रद्धालु उपस्थित रहे। आयोजन का माहौल पूर्णतः भक्तिमय बना रहा और ग्रामीणों ने कथा के माध्यम से अध्यात्म की अनुभूति की।

शिव महापुराण कथा के इस आयोजन से गांव के धार्मिक वातावरण में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में ग्रामीण श्रद्धा और भक्ति भाव से कथा श्रवण के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं।