नई दिल्ली: बीते एक हफ्ते से झुलसा देने वाली गर्मी झेल रहे दिल्ली-NCR के लोगों को रविवार को बड़ी राहत मिली। सुबह से ही मौसम ने करवट ली और दोपहर बाद तेज आंधी और गरज के साथ मूसलधार बारिश शुरू हो गई। मौसम विभाग (IMD) ने पहले ही चेतावनी जारी करते हुए बताया था कि दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों में 80-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और गरज-चमक के साथ मध्यम से तीव्र बारिश संभव है।
मौसम विभाग का ट्वीट:
“दिल्ली और NCR में गरज और बिजली के साथ मध्यम से तीव्र बारिश, 80-100 किमी/घंटा की हवाएं, घर के अंदर रहें, जब तक आवश्यक न हो यात्रा करने से बचें।”
बारिश और तेज हवाओं के कारण राजधानी के फिरोजशाह रोड समेत कई स्थानों पर पेड़ उखड़ने की घटनाएं सामने आई हैं। इससे ट्रैफिक प्रभावित हुआ है और लोगों को आवाजाही में असुविधा का सामना करना पड़ा। अधिकारियों ने नागरिकों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।

शनिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 41.8°C और न्यूनतम तापमान 29.6°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से क्रमशः 1.9°C और 1.6°C अधिक था। रविवार की बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई है और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, 16 से 19 जून तक बारिश की गतिविधियां लगातार बनी रहेंगी। इस दौरान तापमान में और गिरावट देखने को मिलेगी। अधिकतम तापमान 35°C से 39°C और न्यूनतम तापमान 25°C से 28°C के बीच रहने का अनुमान है। 20 जून को बारिश हल्की हो सकती है, लेकिन तापमान सामान्य से कम बना रहेगा।
25 जून तक दिल्ली में दस्तक देगा मॉनसून
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि दक्षिण पश्चिमी मॉनसून अब अपने दूसरे चरण में प्रवेश कर रहा है और तेजी से आगे बढ़ रहा है। अनुमान है कि 25 जून तक मॉनसून दिल्ली समेत पूरे उत्तर-पश्चिम भारत को कवर कर लेगा।
इस बार मॉनसून समय से पहले देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचा है। 24 मई को केरल में इसकी एंट्री हुई थी, जो 2009 के बाद सबसे जल्दी थी। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर ज़ोन ने मॉनसून को गति दी, जिससे यह तेज़ी से महाराष्ट्र, मुंबई और उत्तर-पूर्वी भारत तक पहुंचा।

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में इस बार सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। जुलाई और अगस्त के महीनों में बारिश की मात्रा अधिक हो सकती है और कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के दौर भी देखने को मिल सकते हैं।
दिल्ली सरकार और प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वे समय रहते ड्रेनेज सिस्टम, जलभराव और ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर तैयारियां पूरी करें ताकि मॉनसून के दौरान शहर में जनजीवन सामान्य बना रहे।