वॉशिंगटन, अमेरिका: संयुक्त राज्य अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हजारों विदेशी छात्रों के लिए राहत की खबर सामने आई है। ट्रंप प्रशासन ने उन छात्रों के SEVIS (Student and Exchange Visitor Information System) रिकॉर्ड बहाल करने का निर्णय लिया है जिनका पंजीकरण पहले मामूली कानूनी उल्लंघनों के चलते समाप्त कर दिया गया था। यह जानकारी पोलिटिको की रिपोर्ट के हवाले से सामने आई है।
यह निर्णय तब आया जब संघीय अदालतों में चल रही लंबी कानूनी प्रक्रिया और न्यायाधीशों द्वारा प्रशासन की आलोचना के चलते न्याय विभाग को पीछे हटना पड़ा। न्यायालय ने यहां तक संकेत दिया था कि वह ICE (Immigration and Customs Enforcement) के अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से तलब कर प्रशासनिक कार्रवाइयों की गहन समीक्षा करेगा।

न्यायालय की भूमिका बनी निर्णायक
न्याय विभाग ने आधिकारिक रूप से अदालत और छात्रों के वकीलों को सूचित किया कि अब वह पूर्व की विवादास्पद नीति से पीछे हट रहा है। बयान में स्पष्ट किया गया कि प्रशासन अब उन छात्रों के SEVIS रिकॉर्ड को बहाल कर रहा है जिन्होंने न केवल प्रशासन के कदम को अदालत में चुनौती दी थी, बल्कि जिनका अपराध रिकॉर्ड या तो नहीं था या जिनके खिलाफ आरोप बाद में खारिज कर दिए गए।
न्याय विभाग ने यह भी कहा:
“ICE अब एक नई नीति बना रहा है जो SEVIS रिकॉर्ड समाप्त करने के लिए एक स्पष्ट और पारदर्शी रूपरेखा प्रदान करेगी।”
मामूली उल्लंघनों पर भी हुई थी कठोर कार्रवाई
पिछले सालों में कई विदेशी छात्रों को कानूनी प्रक्रिया की बारीकियों के चलते SEVIS से हटा दिया गया था। इनमें कई ऐसे छात्र भी थे जो तकनीकी या प्रक्रिया संबंधी त्रुटियों का शिकार हुए — जैसे समय पर वीज़ा नवीनीकरण न हो पाना या कक्षा में न्यूनतम उपस्थिति का उल्लंघन।
अदालत की समीक्षा में यह सामने आया कि ICE द्वारा की गई कार्रवाई में कई ऐसे छात्र शामिल थे जिन पर कोई आपराधिक आरोप नहीं था, या यदि थे भी तो बाद में उन्हें अदालत से राहत मिल गई।

पिछली कार्रवाई पर भी उठे सवाल
इस साल की शुरुआत में तत्कालीन विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने फिलिस्तीन समर्थक गतिविधियों में शामिल पाए गए दर्जनों विदेशी छात्रों के वीज़ा रद्द कर दिए थे। इस कार्रवाई के बाद SEVIS डेटा से ऐसे छात्रों के रिकॉर्ड भी हटा दिए गए, जिनका कानूनी उल्लंघन अत्यंत मामूली था।
इससे न केवल हजारों छात्रों की शिक्षा बाधित हुई बल्कि अंतरराष्ट्रीय शिक्षा क्षेत्र में अमेरिका की छवि को भी आघात पहुँचा। शिक्षा विशेषज्ञों और मानवाधिकार संगठनों ने इस पर गहरी चिंता जताई थी।
छात्रों के लिए क्या मायने रखता है यह निर्णय?
- SEVIS रिकॉर्ड बहाल होना छात्रों को अमेरिका में वैध रूप से रहने और पढ़ाई जारी रखने की अनुमति देगा।
- छात्रों को दोबारा वीज़ा प्रक्रियाओं से नहीं गुजरना पड़ेगा।
- भविष्य की नीति ज्यादा पारदर्शी और स्पष्ट होने की संभावना।