गांधीनगर, गुजरात: गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी और शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल पनशेरिया ने रविवार (13 अप्रैल) को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों को लेकर की गई टिप्पणियों को ‘फर्जी और गुमराह करने वाला’ बताया है। दोनों मंत्रियों ने इन बयानों को बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ और राजनीतिक स्वार्थ के लिए झूठ फैलाने की साजिश बताया है।
क्या कहा हर्ष सांघवी ने?
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जारी पोस्ट में हर्ष सांघवी ने लिखा:
“मैंने कभी ऐसे नकली और धोखेबाज नेता नहीं देखे। गुजरात बोर्ड के नतीजे अभी जारी नहीं हुए हैं, लेकिन अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर फर्जी नतीजे साझा किए हैं। यह गलत सूचना फैलाने और जनमत को हेरफेर करने का एक स्पष्ट प्रयास है। इन नेताओं को बच्चों को अपनी गंदी राजनीति में घसीटने का कोई अधिकार नहीं है।”

सांघवी ने इस पूरे मामले को ‘‘जनमत को हेरफेर करने की कोशिश’’ करार देते हुए विपक्ष पर निशाना साधा कि वे सामाजिक तानेबाने और शैक्षणिक वातावरण को नुकसान पहुँचा रहे हैं।
प्रफुल पनशेरिया का विरोध
गुजरात के शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल पनशेरिया ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को फर्जी खबरों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और केवल आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करना चाहिए। देश भर के जागरूक मतदाताओं ने ऐसे फर्जी नेताओं के खिलाफ वोट देकर बाहर कर दिया है।”
उन्होंने आगे कहा कि:
“असामाजिक और असफल नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जी बोर्ड परिणाम पोस्ट करके छात्रों को धोखा देने का एक घृणित प्रयास किया गया है। बच्चों के भविष्य से राजनीतिक स्टंट के लिए खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए।”
अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक पुरानी समाचार रिपोर्ट साझा करते हुए लिखा:
“गुजरात मॉडल विफल हो गया है। गुजरात के 157 स्कूलों में एक भी छात्र 10वीं बोर्ड परीक्षा पास नहीं कर सका। हम बीजेपी को हटाएंगे और भविष्य को बचाएंगे।”

इसी पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा:
“यह गुजरात मॉडल है। यह बीजेपी मॉडल है जिसे वे पूरे देश में लागू करना चाहते हैं। वे पूरे देश को अनपढ़ रखना चाहते हैं। इस मॉडल के तहत वे अब दिल्ली में शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।”
तथ्य क्या है?
ऑनलाइन यूजर्स और शिक्षा विभाग के अनुसार, गुजरात माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) की 10वीं कक्षा की परीक्षाएं मई में आयोजित की जाएंगी, और अभी तक किसी भी परिणाम की घोषणा नहीं हुई है। ऐसे में विपक्ष के द्वारा साझा की गई जानकारी को लेकर सच्चाई पर सवाल उठने लगे हैं।