वाशिंगटन, अमेरिका: अमेरिका में 2024 के राष्ट्रपति चुनावों से पहले भारतीय-अमेरिकी समुदाय के एक प्रमुख संगठन ‘हिंदूज फॉर अमेरिका फर्स्ट’ ने डोनाल्ड ट्रंप को समर्थन देने का एलान किया है। संगठन का मानना है कि ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका और भारत के रिश्ते मजबूत रहे हैं और अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति चुनी जाती हैं, तो भारत-अमेरिका संबंधों में अस्थिरता आ सकती है। संगठन ने ट्रंप के समर्थन में कई प्रमुख राज्यों में अपने अभियान की शुरुआत भी कर दी है, जिसमें पेंसिल्वेनिया, जॉर्जिया और नॉर्थ कैरोलिना शामिल हैं।
कमला हैरिस की नीतियों पर संगठन की चिंता
‘हिंदूज फॉर अमेरिका फर्स्ट’ के अध्यक्ष और संस्थापक उत्सव संदुजा ने एक बयान में कहा, “हमारी चिंता यह है कि यदि कमला हैरिस राष्ट्रपति बनती हैं, तो वह सुप्रीम कोर्ट में कुछ उदारवादी न्यायाधीशों की नियुक्ति कर सकती हैं, जिनके निर्णयों का सीधा असर एशियाई-अमेरिकी समुदाय पर पड़ेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि कमला हैरिस एक उदारवादी नेता हैं और उनके वामपंथी झुकाव को लेकर समुदाय में चिंता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने भी कई मौकों पर कमला हैरिस की नीतियों के प्रति चेतावनी दी है, खासकर अप्रवासन नीति के संदर्भ में। ट्रंप का मानना है कि हैरिस का रुख अप्रवासियों के प्रति अत्यधिक उदार हो सकता है, जिससे अमेरिका की आंतरिक सुरक्षा और सीमाओं पर खतरे बढ़ सकते हैं।
बाइडन-हैरिस प्रशासन पर हमला
उत्सव संदुजा ने बाइडन-हैरिस प्रशासन पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रशासन ने सीमा सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं, जिससे अमेरिका में अवैध अप्रवासन में तेजी आई है। “कमला हैरिस ने उपराष्ट्रपति के रूप में अवैध अप्रवासन को रोकने के लिए कुछ भी ठोस नहीं किया। इस वजह से अपराध दर में वृद्धि हुई है और ड्रग तस्करी जैसी घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। इसका सबसे बड़ा प्रभाव एशियाई-अमेरिकी व्यवसायों पर पड़ा है,” संदुजा ने कहा।
भारत-अमेरिका संबंधों में ट्रंप का समर्थन
संदुजा ने डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि ट्रंप के कार्यकाल के दौरान भारत और अमेरिका के संबंधों में मजबूती आई। “ट्रंप का भारत के प्रति दृष्टिकोण हमेशा सकारात्मक रहा है। उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अच्छे संबंध रहे हैं और दोनों देशों ने कई अहम रक्षा और तकनीकी सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। वहीं, कमला हैरिस ने भारत और भारतीय समुदाय के खिलाफ कई विवादित बयान दिए हैं,” उन्होंने कहा।
संगठन ने इस बात पर भी जोर दिया कि ट्रंप ने भारत के आंतरिक मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया, जो भारत-अमेरिका संबंधों के लिए फायदेमंद साबित हुआ। इसके विपरीत, कमला हैरिस की कुछ नीतियां भारत के लिए चिंता का कारण बन सकती हैं।
प्रचार अभियान का विस्तार
‘हिंदूज फॉर अमेरिका फर्स्ट’ संगठन ने ट्रंप के समर्थन में अपना प्रचार अभियान पेंसिल्वेनिया, जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलिना, मिशिगन, विस्कोंसिन, एरिजोना और नेवादा जैसे महत्वपूर्ण स्विंग राज्यों में फैलाया है। संगठन का लक्ष्य है कि इन राज्यों में हिंदू और भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं को ट्रंप के समर्थन में एकजुट किया जाए।
संदुजा ने यह भी कहा कि वे बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर चिंतित हैं और ट्रंप प्रशासन से इस मुद्दे पर ध्यान देने की उम्मीद रखते हैं।