माले: मालदीव की मुइज्जू सरकार ने इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध के बीच एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए इजरायली पासपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इस फैसले के बाद इजरायल के नागरिक मालदीव की यात्रा नहीं कर सकेंगे।
गाजा पर हमलों के विरोध में लिया गया निर्णय
मालदीव के गृहमंत्री ने एक आपातकालीन प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि इस निर्णय का कारण गाजा पर इजरायली सेना के लगातार हो रहे हमले हैं, जिससे मालदीव के लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज कैबिनेट ने इजरायली नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए कानून में जरूरी बदलाव किए हैं। इसके लिए मंत्रियों की एक विशेष समिति भी गठित की गई है।
फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए समर्थन और फंड जुटाने की योजना
मालदीव सरकार ने फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए फंड जुटाने और मुस्लिम देशों के साथ मिलकर समर्थन करने का भी फैसला किया है। सरकार UNRWA के जरिए फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए फंड इकट्ठा करेगी। इसके साथ ही, फिलिस्तीन की सहायता के लिए विशेष दूत नियुक्त किए जाएंगे, जो उन क्षेत्रों की पहचान करेंगे जहां मालदीव की मदद की सबसे ज्यादा जरूरत है।
राफा में जारी इजरायली ऑपरेशन
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने इजरायल से राफा शहर में हमले रोकने का अनुरोध किया था, लेकिन इजरायली सेना ने 6 मई को राफा में ऑपरेशन शुरू किया था। 27 मई को इजरायल ने राफा के एक राहत कैंप पर बमबारी की थी, जिसमें हमास ने 45 नागरिकों के मारे जाने का दावा किया था। इजरायली रक्षा बल (IDF) ने दावा किया था कि इस हमले में हमास के दो शीर्ष कमांडर मारे गए थे।
7 अक्टूबर से जारी है युद्ध
7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर पांच हजार रॉकेट दागे थे और हमास के लड़ाके दक्षिणी इजरायल में घुस आए थे, जिससे लगभग 1200 लोग मारे गए थे। इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। आठ महीनों से जारी इस युद्ध में 37 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग शरणार्थी बनकर राहत कैंपों में रहने को मजबूर हैं।