ओवैसी का पीएम मोदी पर तीखा हमला: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई मुद्दों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने हाल ही में पीएम मोदी द्वारा राम मंदिर पर की गई टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री राम मंदिर पर ताले की बात करते हैं, लेकिन उनके शासन में जिन फैक्ट्री पर ताले लग गए, उसके बारे में कुछ नहीं बोलते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने हाल के रैलियों में दावा किया था कि अगर विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ की सरकार बनी, तो ये लोग फिर से राम मंदिर पर ताले लगवा देंगे। इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा, “पीएम मोदी लॉकडाउन और नोटबंदी के प्रभाव पर क्यों नहीं बोलते हैं? प्रधानमंत्री के पास 10 साल में किए गए कोई काम बताने लायक नहीं हैं।”
आर्थिक मुद्दों पर तीखे प्रहार
ओवैसी ने केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने लॉकडाउन और नोटबंदी जैसी नीतियों से देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के पास 10 साल में किए गए कोई काम बताने लायक नहीं हैं। वे केवल भावनात्मक मुद्दों को उठाकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।”
वोट कटवा के आरोपों पर ओवैसी का जवाब
अपने ऊपर लगने वाले वोट कटवा के आरोपों पर ओवैसी ने कहा, “राजनीति में आरोप लगते रहते हैं। जो लोग बीजेपी को नहीं रोक पाए, वे बौखलाहट में आ गए हैं। कोई नहीं बात नहीं है, इस तरह के आरोप लगने में। जहां तक वोट काटने की बात है, जो लोग 2014, 2017, 2019 और 2022 में बीजेपी को रोक नहीं पाए, वे हम पर उंगली उठा रहे हैं। उन्हें समझना चाहिए कि वे लोग ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं।”
आरक्षण और पेपर लीक पर भी उठाए सवाल
ओवैसी ने केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर दिए गए 10 प्रतिशत आरक्षण को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने दलितों और पिछड़ों को धोखा दिया है। उन्होंने दलितों और पिछड़ों का हक मारा है।”
इसके अलावा, ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में हो रहे पेपर लीक के मुद्दे पर भी बीजेपी को घेरा। उन्होंने कहा, “PM को बताना चाहिए कि यूपी में पेपर लीक क्यों हो रहे हैं? किसकी आत्मा आकर पेपर लीक कर रही है। पीएम मोदी रोजगार और महंगाई के सवाल पर क्यों नहीं बोलते?”