स्वाति मालीवाल केस: दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आप सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। बिभव कुमार के वकील ऋषिकेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने सात दिनों की रिमांड की मांग की थी, जिसमें से अदालत ने पांच दिनों की रिमांड मंजूर की है। बिभव को 23 मई को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।
गिरफ्तारी और हिरासत
शनिवार को दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास से बिभव को हिरासत में लिया और शाम तक औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तीस हजारी कोर्ट में बिभव की सात दिन की हिरासत की मांग की थी। अदालत ने पहले हिरासत पर फैसला सुरक्षित रखा, लेकिन देर रात फैसला सुनाया।
आरोप और पुलिस की दलीलें
दिल्ली पुलिस ने अदालत में बिभव कुमार पर मुख्यमंत्री आवास पर सबूत नष्ट करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। पुलिस ने कहा कि बिभव ने अपने आईफोन 15 को फॉर्मेट कर दिया है, जिससे महत्वपूर्ण डेटा नष्ट हो गया है। पुलिस ने अदालत को बताया कि हमले के कारणों के बारे में पूछताछ के लिए बिभव कुमार की हिरासत जरूरी है।
बचाव पक्ष की दलीलें
बिभव कुमार के वकील ने अदालत को बताया कि स्वाति मालीवाल खुद सीएम आवास पर गई थीं और उन्होंने किसी को भी यात्रा का उद्देश्य नहीं बताया था। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है और स्वाति मालीवाल इस मसले पर सियासत कर रही हैं।
घटनास्थल पर जांच
पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त के नेतृत्व में एक टीम को मुख्यमंत्री आवास पर जांच के लिए भेजा। टीम ने सीएम आवास के सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेने की कोशिश की और वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों से पूछताछ की।
स्वाति मालीवाल की मेडिको लीगल रिपोर्ट
स्वाति मालीवाल की मेडिको लीगल रिपोर्ट (एमएलसी) भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें उनके चेहरे, पैर और शरीर के दूसरे हिस्सों पर चोट के निशान पाए गए हैं। आम आदमी पार्टी ने इस वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि स्वाति मालीवाल वीडियो में ठीक-ठाक दिख रही हैं, जिससे उनके आरोपों पर सवाल उठते हैं।
बिभव कुमार का बयान
बिभव कुमार ने पुलिस को ई-मेल भेजकर जांच में सहयोग करने की बात कही थी। पुलिस ने इसी ई-मेल की आईपी एड्रेस की पड़ताल करते हुए सीएम आवास तक पहुंची और बिभव को गिरफ्तार किया।
आगे की जांच
बिभव की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उन्हें 23 मई को फिर से तीस हजारी कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस उनकी रिमांड में पूछताछ करके मामले से जुड़े साक्ष्यों को जुटाने का प्रयास करेगी।