सीरिया, दमिश्क: सीरिया में 24 वर्षों से अडिग सत्ता पर पहली बार बड़ी चुनौती आई है। विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा करते हुए राष्ट्रपति बशर-अल-असद को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया। विद्रोहियों ने तख्तापलट की घोषणा कर यह संकेत दिया है कि देश में एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है। यह घटनाक्रम 11 दिनों के संघर्ष का परिणाम है, जिसने अंतरराष्ट्रीय जगत का ध्यान खींचा है।
इस घटनाक्रम के बीच एक नाम चर्चा में है – मोहम्मद अल जोलानी। जोलानी विद्रोहियों के प्रमुख चेहरों में से एक हैं। उनकी भूमिका और जीवन के बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
मोहम्मद अल जोलानी: संघर्ष से विद्रोह का सफर
मोहम्मद अल जोलानी का असली नाम अहमद अल शारा है। 1982 में दमिश्क में जन्मे जोलानी ने अपने शुरुआती जीवन में काफी संघर्ष झेला। उनके परिवार को 1967 के युद्ध के बाद अपना घर छोड़ना पड़ा। वह गुमनामी में जीवन व्यतीत करने को मजबूर हुए। जोलानी ने पिता के साथ ग्रोसरी स्टोर में काम किया।
2005 में गिरफ्तारी और अमेरिकी जेल
2001 के 9/11 हमलों के बाद अमेरिका ने आतंक के खिलाफ वैश्विक युद्ध छेड़ा। इस दौरान जोलानी लेबनान जाकर अमेरिकी सेना के खिलाफ लड़ाई में शामिल हो गया। 2005 में उसे मोसुल में गिरफ्तार किया गया और अमेरिकी जेल में रखा गया।
अलकायदा से जुड़ा सफर
जेल से रिहाई के बाद जोलानी ने अल-कायदा से जुड़कर अपनी सक्रियता बढ़ाई। वह सीरिया में अल-कायदा से जुड़े अल-नुसराह फ्रंट (ANF) का नेता बन गया। ANF ने 2017 में अन्य कट्टरपंथी संगठनों के साथ मिलकर हयात तहरीर अल-शाम (HTS) का गठन किया। हालांकि, जोलानी HTS का प्रमुख नहीं है, लेकिन वह ANF का नेतृत्व करता रहा है।
जोलानी और सीरिया का सिविल वॉर
सीरिया में गृहयुद्ध के दौरान जोलानी ने अपनी भूमिका को मजबूती दी। 2011 में जब असद सरकार ने विद्रोहियों पर हमले शुरू किए, तो इस्लामिक स्टेट के नेता अबू बकर बगदादी ने जोलानी को वहां भेजा। हालांकि, बाद में बगदादी और जोलानी के बीच दुश्मनी हो गई।
आतंकी हमलों में जोलानी की भूमिका
जोलानी के नेतृत्व में ANF ने पूरे सीरिया में कई आतंकवादी हमले किए। अप्रैल 2015 में ANF ने 300 कुर्द नागरिकों का अपहरण किया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया। विद्रोहियों और अलकायदा के बीच संबंधों के बावजूद जोलानी ने खुद को एक प्रमुख नेता के रूप में स्थापित किया है।
अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर जोलानी का प्रभाव
मोहम्मद अल जोलानी पर अमेरिका ने 10 मिलियन डॉलर (84 करोड़ 67 लाख रुपये) का इनाम घोषित किया है। रिवॉर्ड्स फॉर जस्टिस के अनुसार, वह सीरिया में कई हिंसक घटनाओं का मास्टरमाइंड माना जाता है।