चिड़ावा (सिंघाना): चिड़ावा-सिंघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग को लेकर किसानों का धरना 193वें दिन भी जारी रहा। धरना किसान सभा के बैनर तले आयोजित किया जा रहा है, जिसकी अध्यक्षता किसान नेता रणधीर सिंह ओला कर रहे हैं।
इस धरने में अब महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। वे अपने नवजात शिशुओं और बच्चों को लेकर धरने पर पहुंच रही हैं और किसानों के आंदोलन को मजबूत कर रही हैं। महिलाओं का कहना है कि नहर के बिना उनका जीवनयापन मुश्किल हो गया है।
पानी की किल्लत से त्रस्त किसान
किसान नेता रणधीर सिंह ओला ने कहा कि पिछले सात महीनों से किसान दिन-रात धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि 1994 में 1917 क्यूसेक पानी शेखावाटी के लिए आवंटित किया गया था, लेकिन आज तक वह पानी नहीं मिल पाया है।
ओला ने कहा कि सरकार ने किसानों से वादा किया था कि उन्हें नहर मिलेगी, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि किसान अब हार नहीं मानेंगे और जब तक उन्हें नहर नहीं मिल जाती, तब तक वे धरना जारी रखेंगे।
आम आदमी भी हो रहा है परेशान
तहसील अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने कहा कि शेखावाटी में पानी की भारी किल्लत है। आम आदमी भी प्यास से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बाढ़ आ रही है, लेकिन शेखावाटी में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं।
राजेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार को किसानों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही कोई कदम नहीं उठाया तो किसान बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे।
धरने में शामिल हुए कई लोग
धरने में किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला, महामंत्री मदनसिंह, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, नहर आंदोलन प्रवक्ता विजेन्द्र शास्त्री, महिला विंग कमांडर सुनिता सांई पंवार, ताराचंद तानाण, सुनिता बेनिवाल, मधु पुहानियां, नौजवान सभा के जयन्त चौधरी, विजय डांगी, करण कटारिया, सौरभ सैनी, सत्तुभाई, योगेश बराला, नवीन कुमार, अंकित डांगी, अशोक कुमार, हुसैन, शर्मिला बाई, अंतिम बाला, मीरा, ऋषभ, घीना, पीयूष, भरतसिंह राव, जगराम योगी, राजवीर, सेट्ठी सतपाल, महेंद्र, जयसिंह हलवाई, अनिल, राजेश चाहर, हेमन्त आदि शामिल हुए।