खेतड़ी: खेतड़ी शहर में वाल्मीकि समाज के सदस्यों ने विधायक जनसुनवाई केंद्र में विरोध प्रदर्शन किया और सफाई कर्मचारी भर्तियों में आरक्षण की मांग की। समाज के सदस्यों ने विधायक इंजीनियरिंग धर्मपाल गुर्जर को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने कहा कि हाल ही में जारी राजस्थान हाईकोर्ट के एक आदेश से वाल्मीकि समाज के लोगों को रोजगार के अवसरों से वंचित होने का खतरा पैदा हो गया है।
क्या हैं वाल्मीकि समाज की मांगें?
आरक्षण की मांग: समाज ने सफाई कर्मचारी के पदों पर भर्ती के लिए आरक्षण की मांग की है। उनका कहना है कि पारंपरिक रूप से यह काम वाल्मीकि समाज के लोगों द्वारा ही किया जाता रहा है।
मस्टरोल के आधार पर भर्ती: समाज ने मांग की है कि मस्टरोल के आधार पर और एक वर्ष कार्य करने के आधार पर इन पदों को भरा जाए।
शत् प्रतिशत आरक्षण: सफाई कर्मचारी के पदों के लिए शत् प्रतिशत आरक्षण वाल्मीकि समाज को दिया जाए।
क्यों उठाया गया है यह मुद्दा?
राजस्थान हाईकोर्ट के हालिया आदेश के बाद वाल्मीकि समाज के लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उन्हें रोजगार के अवसरों से वंचित किया जा सकता है। समाज का मानना है कि सफाई का काम पारंपरिक रूप से उनके समुदाय के लोगों द्वारा किया जाता रहा है और इसलिए उन्हें इस क्षेत्र में प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
विधायक से अपील
वाल्मीकि समाज ने विधायक से अपील की है कि वह उनकी मांगों को विधानसभा में उठाएं और उनके हितों के लिए काम करें।