हरियाणा विधानसभा चुनाव: हरियाणा विधानसभा चुनावों के नज़दीक आते ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए एक और बड़ा झटका सामने आ सकता है। जाने-माने गायक कन्हैया मित्तल, जिन्होंने ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ जैसे प्रसिद्ध गीत से लोकप्रियता पाई थी, अब कांग्रेस में शामिल होने के संकेत दे रहे हैं। यह निर्णय उनके बीजेपी से टिकट न मिलने की नाराजगी के बाद आया है।
कन्हैया मित्तल की नाराजगी या नया मोड़?
हाल ही में एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कन्हैया मित्तल से जब पूछा गया कि क्या वह बीजेपी द्वारा टिकट न मिलने से नाराज हैं, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी कोई व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा, “नाराजगी नहीं है, लेकिन मेरा मन कांग्रेस के साथ जुड़ रहा है।” मित्तल ने बताया कि उन्होंने पहले कभी किसी राजनीतिक दल के लिए काम नहीं किया, लेकिन वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए कांग्रेस में शामिल होना उनके लिए सही निर्णय प्रतीत हो रहा है।
विनेश फोगाट का समर्थन
मित्तल ने अपने कांग्रेस में शामिल होने के निर्णय के पीछे विनेश फोगाट के उदाहरण का हवाला दिया, जो हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुईं और इसके बावजूद आलोचनाओं का सामना कर रही हैं। मित्तल ने कहा, “विनेश फोगाट भी कांग्रेस के साथ जुड़ी हैं, उसके बाद भी उन्हें आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है। मुझे लगता है कि हमें उनके समर्थन में कांग्रेस का साथ देना चाहिए।”
गाने से मिली लोकप्रियता और विचारधारा में बदलाव
कन्हैया मित्तल ने बीजेपी के प्रचार के दौरान राम मंदिर पर आधारित गीत ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ से खासी पहचान बनाई थी। हालांकि, अब वह कांग्रेस में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि कैसे उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ गाए अपने गीत के बावजूद यह बड़ा निर्णय लिया, तो उन्होंने जवाब दिया, “नहीं, मैंने ऐसा नहीं कहा बल्कि ये कहा कि अगर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी राम मंदिर का फैसला लाते तो मैं उनके लिए भी गीत गा देता। लेकिन, अब देश के अंदर लग रहा है कि हमें कांग्रेस के साथ जाना चाहिए। आने वाले यूथ को भी ये समझना चाहिए। ठीक है हम राम को मानते हैं, लेकिन ऐसा तो नहीं की सारे राम विरोधी ही कांग्रेस में हैं। वहां भी राम को चाहने वाले हैं और वहां भी सनातनी लोग हैं। सबके साथ मिलकर काम किया जा सकता है।”
राम मंदिर का मुद्दा और कांग्रेस
कन्हैया मित्तल ने यह भी स्पष्ट किया कि वह केवल राम मंदिर के कारण बीजेपी के साथ नहीं हैं। उन्होंने कहा, “हमें राम में आस्था है, लेकिन ऐसा नहीं है कि कांग्रेस में राम विरोधी लोग हैं। वहां भी राम को मानने वाले और सनातनी लोग हैं।” उनका मानना है कि आने वाली पीढ़ी को यह समझना चाहिए कि धर्म और राजनीति को मिलाकर नहीं देखा जाना चाहिए।
कांग्रेस में शामिल होने की संभावना
कन्हैया मित्तल ने कहा कि अगर बात बनती है, तो वह जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि वह इस निर्णय के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और जल्द ही इसे सार्वजनिक रूप से घोषित करेंगे।