पिलानी, 24 दिसम्बर 2024: वर्तमान अंकुर प्रकाशन द्वारा आयोजित एक भव्य समारोह में लेखक धर्मपाल गाँधी की नवीनतम कृति ‘क्रांति का आगाज़’ का लोकार्पण किया गया। यह पुस्तक भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित है।
इस कार्यक्रम में प्रकाशन संस्थान के प्रधान संपादक निर्मेश त्यागी, साहित्य संपादक सुनीता सोनू, कार्यक्रम संयोजक रचना जैन, आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गाँधी, सुनिल गाँधी, समाजसेवी इंद्र सिंह शिल्ला, पुस्तक की संपादक अंजू गाँधी, अलका बोयल, उप-सरपंच राकेश मनीठिया, दरिया सिंह डीके सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राजदीप सिंह ने किया।
महात्मा गाँधी के नेतृत्व में चला स्वतंत्रता संग्राम
अपने संबोधन में लेखक धर्मपाल गाँधी ने कहा कि ‘क्रांति का आगाज़’ पुस्तक में उन्होंने महात्मा गाँधी के नेतृत्व में भारत की आजादी के लिए किए गए संघर्ष और आंदोलनों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने बताया कि कैसे महात्मा गाँधी ने राष्ट्रीय स्तर पर पहला देशव्यापी आंदोलन शुरू किया था, जिसे इतिहास में असहयोग आंदोलन के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता और स्वच्छता जैसे मुद्दों पर भी जोर दिया था।
पुस्तक में शामिल हैं प्रमुख आंदोलन
यह पुस्तक चंपारण सत्याग्रह, अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन, खेड़ा सत्याग्रह, जलियांवाला बाग हत्याकांड, असहयोग आंदोलन, बारदोली सत्याग्रह, दांडी यात्रा नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन जैसे महत्वपूर्ण आंदोलनों पर विस्तार से प्रकाश डालती है। इसके साथ ही, पुस्तक में स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले क्रांतिकारियों और महिला स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन संघर्ष का भी वर्णन किया गया है।
साहित्य जगत में एक नई उपलब्धि
आदर्श समाज समिति इंडिया परिवार ने इस पुस्तक के लोकार्पण पर खुशी जाहिर करते हुए इसे साहित्य के क्षेत्र में एक अनूठी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में स्वतंत्रता संग्राम की नवीनतम महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने को मिलेगी।
समारोह में अन्य गतिविधियाँ
इस समारोह में अलका बोयल ने हरियाणवी गीत पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया। इसके अलावा, कई कवियों और कवयित्रियों ने काव्य पाठ किया और अन्य साहित्यकारों की पुस्तकों का भी विमोचन किया गया। यह धर्मपाल गाँधी की वर्ष 2024 में प्रकाशित तीसरी पुस्तक है। इससे पहले ‘हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ’ और ‘आजादी के दीवाने’ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
निष्कर्ष:
‘क्रांति का आगाज़’ पुस्तक भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान है। यह पुस्तक युवा पीढ़ी को देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों से प्रेरित करेगी।