सूरजगढ़: कस्बे में बिजली विभाग द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों को लेकर उपभोक्ताओं में नाराजगी बढ़ती जा रही है। इसी को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष बजरंगलाल बराला के नेतृत्व में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई कि जो स्मार्ट मीटर हाल ही में लगाए जा रहे हैं, उनका कार्य तत्काल प्रभाव से रोका जाए। जिन स्थानों पर ये मीटर पहले ही लगाए जा चुके हैं, उन्हें भी तुरंत हटाया जाए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ये मीटर पहले की अपेक्षा तेज चलते हैं, जिससे उपभोक्ताओं को अधिक बिल भुगतना पड़ता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बिजली विभाग ने जबरन स्मार्ट मीटर लगाने की कोशिश की तो विभाग के कर्मचारियों को गांवों, गलियों और मोहल्लों में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
बजरंगलाल बराला ने कहा कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के आर्थिक हितों के खिलाफ हैं और विभाग जबरदस्ती यह कार्य कर रहा है, जो निंदनीय है। उन्होंने साफ किया कि अगर इस वजह से किसी प्रकार की टकराव की स्थिति पैदा होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
ज्ञापन सौंपने के दौरान वीर तेजाजी विकास संस्थान के अध्यक्ष जगदेव सिंह खरड़िया, एनएसयूआई के प्रदेश संयुक्त संगठन मंत्री यस डैला, महिला कमेटी की अध्यक्ष सुनिता सांई पंवार, सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत लुनायच, एडवोकेट संदीप मान, अशोक शर्मा, रणधीर ओला, युवा नेता राजेश गोदारा, रोहित मान, सुनिल सोमरा, प्रदीप तुन्दवाल, अंतरसिंह ठोलिया, आशीष शर्मा, रघुनाथ वर्मा सहित कई उपभोक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटरों की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं और उपभोक्ताओं से बिना सहमति के इसे लगाया जाना तानाशाहीपूर्ण रवैया है। इस विरोध प्रदर्शन को अब ग्रामीण क्षेत्रों तक फैलाने की योजना बनाई जा रही है।