सूरजगढ़, 3 जनवरी, 2025: सूरजगढ़ के जाखोद रोड स्थित संस्कार भारती शिक्षण संस्थान में सावित्रीबाई फुले की 194वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस कार्यक्रम में शिक्षाविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
कार्यक्रम में भंते विनयपाल जेई पहाड़ी ने सावित्रीबाई फुले के जीवन और कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे सावित्रीबाई ने महिलाओं के शिक्षा के अधिकार के लिए संघर्ष किया और समाज में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए काम किया।

सैनी महासभा के जिला अध्यक्ष राजेश सैनी और शिक्षाविद मोतीलाल डिग्रवाल ने भी सावित्रीबाई फुले के योगदान को याद किया और कहा कि उनकी शिक्षा और सामाजिक सुधार के क्षेत्र में किए गए कार्य आज भी प्रासंगिक हैं।
कार्यक्रम में छात्राओं ने सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित प्रस्तुतियां दीं, जिससे सभी लोगों को प्रेरित किया गया।
सावित्रीबाई फुले को भारत की पहली महिला शिक्षिका माना जाता है। उन्होंने महिलाओं के शिक्षा के अधिकार के लिए संघर्ष किया और समाज में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए काम किया। उनकी जयंती इसलिए मनाई जाती है ताकि उनकी शिक्षाओं को याद किया जा सके और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रेरित किया जा सके।
कार्यक्रम में भंते विनयपाल जेई पहाड़ी, शिक्षाविद मोतीलाल डिग्रवाल, सैनी महासभा के जिला अध्यक्ष राजेश सैनी, महेश चंद्र सैनी, मेहर कटारिया, राजेंद्र कुमार लौराणिया, जीवनराम चांवरिया, राधेश्याम चिरानिया, एडवोकेट रतनलाल तंवर और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।