नई दिल्ली: दिल्ली के सीलमपुर इलाके में बीती रात हुए एक युवक की निर्मम हत्या के बाद से क्षेत्र में भारी तनाव और आक्रोश का माहौल है। मृतक की पहचान 22 वर्षीय कुणाल के रूप में हुई है, जिसकी चाकू मारकर हत्या कर दी गई। स्थानीय लोगों ने हत्या का आरोप मुस्लिम समुदाय के 4-5 युवकों पर लगाया है। इस घटना के बाद इलाके के कई घरों के बाहर ‘हिंदू पलायन’, ‘यह मकान बिकाऊ है’, ‘योगी जी मदद करो’ और ‘रेखा गुप्ता जी मदद करो’ जैसे पोस्टर चस्पा कर दिए गए हैं।

घटना का विवरण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुणाल बीती रात अपनी दादी को हॉस्पिटल लेकर गया था। उन्हें घर छोड़ने के बाद जब वह दूध लेने निकला, तभी घर से करीब 50 मीटर की दूरी पर कुछ युवकों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल कुणाल को पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक युवक गांधी नगर की एक कपड़े की दुकान पर काम करता था। परिजनों का कहना है कि कुणाल का किसी से कोई झगड़ा या दुश्मनी नहीं थी। हत्या के पीछे बदले की भावना को वजह बताया जा रहा है।
हत्या के पीछे पुराना विवाद
कुणाल की मां के अनुसार, नवंबर 2024 में गिहारा समाज के कुछ लड़कों का झगड़ा सोहेल नाम के युवक से हुआ था। उस झगड़े में सोहेल घायल हुआ था। माना जा रहा है कि उसी रंजिश के चलते कुणाल को निशाना बनाया गया, जबकि वह न तो उस घटना में शामिल था, न ही उसका कोई झगड़ा था। उसका ‘केवल दोस्त होना’ ही उसकी जान ले गया।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, लगाए नारे
हत्या के बाद से क्षेत्र में भारी आक्रोश व्याप्त है। गिहारा समाज के सैकड़ों लोग कुणाल के घर पहुंचे और ‘हत्यारों को फांसी दो’ के नारे लगाए। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पिछले 6-7 वर्षों में इस क्षेत्र में लगातार हिंदू युवकों की हत्याएं होती रही हैं और पुलिस प्रशासन हर बार मूकदर्शक बना रहता है।

“यह मकान बिकाऊ है” पोस्टर और पलायन की आशंका
घटना के बाद से कई हिंदू परिवारों ने अपने घरों के बाहर ‘हिंदू पलायन’ और ‘यह मकान बिकाऊ है’ जैसे पोस्टर लगा दिए हैं। लोगों का कहना है कि वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और सरकार या पुलिस से उन्हें कोई सुरक्षा नहीं मिल रही है। उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सार्वजनिक रूप से सुरक्षा की गुहार लगाई है।