सीएसआईआर-सीरी के दो वैज्ञानिकों डॉ. मर्सी लता और डॉ. विषांत को वर्ष 2022 के लिए वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) के प्रतिष्ठित युवा वैज्ञानिक पुरस्कार प्रदान किया गया है। सीरी के चेन्नै केंद्र में कार्यरत डॉ. मर्सी लता को इंजीनियरिंग विज्ञान वर्ग में और पिलानी मुख्यालय में कार्यरत डॉ. विषांत को भौतिक विज्ञान (इंस्ट्रुमेन्टेशन सहित) वर्ग में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार आज राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला, नई दिल्ली के सभागार में आयोजित समारोह में केंद्रीय विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने प्रदान किया। इस अवसर पर सीएसआईआर की महानिदेशक डॉ एन कलैसेल्वी सहित डीएसटी के पूर्व सचिव डॉ रामासामी, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
डॉ. मर्सी लता को यह सम्मान ‘इंजीनियरिंग विज्ञान’ वर्ग में उनके द्वारा ‘अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी अनुप्रयोगों के लिए अग्रणी, उच्च-शक्ति माइक्रोवेव उपकरणों और उच्च आवृत्ति (टेराहर्ट्ज) प्रणाली’ के क्षेत्र में उत्कृष्ट शोध कार्यों के लिए और डॉ विषांत को ‘भौतिक विज्ञान (इंस्ट्रुमेन्टेशन सहित)’ वर्ग में ‘जायरोट्रॉन और सब-टेराहर्ट्ज विकिरण स्रोत’ के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट शोध कार्यों के लिए प्रदान किया गया है। दोनों वैज्ञानिकों को उनके द्वारा विगत पाँच वर्षों के दौरान मुख्य रूप से भारत में किए गए शोध कार्य के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। सीएसआईआर-सीरी निदेशक डॉ पीसी पंचारिया सहित संस्थान के सभी कार्मिकों ने दोनों वैज्ञानिकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
वर्ष 1987 में आरंभ किया गया सीएसआईआर का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों जैसे (i) जीव विज्ञान (ii) रसायन विज्ञान (iii) पृथ्वी, वायुमंडल, महासागर एवं ग्रहीय विज्ञान (iv) अभियांत्रिकी विज्ञान एवं (v) भौतिक विज्ञान (इंस्ट्रुमेन्टेशन सहित) में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले वैज्ञानिकों को प्रदान किया जाता है।
पुरस्कार के अंतर्गत विजेता को विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्री तथा महानिदेशक, सीएसआईआर द्वारा हस्ताक्षरित प्रशस्तिपत्र सहित 50,000 रूपये नकद एवं एक प्लैक प्रदान किया जाता है। इसके अतिरिक्त पुरस्कार विजेताओं को 45 वर्ष की आयु तक प्रति माह 7500/- रू. (रूपये सात हजार पॉंच सौ) का विशेष मानदेय भी प्रदान किया जाता है। प्रत्येक सीएसआईआर युवा वैज्ञानिक पुरस्कार प्राप्तकर्ता को पाँच वर्ष की अवधि के दौरान 25 लाख रुपये का अनुसंधान अनुदान भी प्रदान किया जाता है, जो कि सामान्यत: प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए होता है ।
आपको बता दें कि इससे पूर्व भी सीएसआईआर-सीरी के वैज्ञानिकों डॉ पीके खन्ना (1984), डॉ उदित नारायण पाल (2015) तथा डॉ नीरज कुमार (2018) को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।