सिंघाना: थाना क्षेत्र में दूध टैंकर से चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। पुलिस थाना सिंघाना और एजीटीएफ चिडावा की संयुक्त टीम ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से दूध से भरा एक टैंकर, एक पिकअप वाहन और चोरी में प्रयुक्त अन्य सामान भी जब्त किया गया है।
टीम का नेतृत्व सिंघाना थानाधिकारी रामसिंह ने किया, जिसमें पुलिस उप अधीक्षक नोपाराम भाकर ने निकट पर्यवेक्षण प्रदान किया।
घटना 28 जुलाई की है जब एजीटीएफ चिडावा के प्रभारी शशिकांत ने सूचना दी कि भोदन गांव के पास हाईवे पर स्थित एक ढाबे के पास दूध का एक बड़ा टैंकर और उसके बराबर में एक पिकअप वाहन खड़ा है। यहां टैंकर से पंप सेट के जरिए दूध निकालकर ड्रम में डाला जा रहा था। सूचना पर सिंघाना पुलिस टीम मौके पर पहुंची और वहां मौजूद टैंकर (RJ 07 GD 7102) व पिकअप (HR 66 B 9216) की जांच की गई।
पुलिस को टैंकर का ढक्कन खुला मिला और पास में मौजूद ड्रमों में से एक में लगभग 150 लीटर दूध भरा हुआ मिला। दूसरे में करीब 100 लीटर पानी था, जबकि तीसरे में 60 लीटर दूध था। इसके अलावा, एक ड्रम में पानी और दूध की सीलिंग के लिए प्रयुक्त सील और ढक्कन भी मिले। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने सरदारशहर के महिला मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी प्लांट से टैंकर में दूध भरवाया था, जिसे भिवाड़ी ले जाया जा रहा था। इसी बीच भोदन में रुककर वे टैंकर से करीब 210 लीटर दूध चोरी कर रहे थे, जिसे वे नांगल पंडितपुरा गांव में दूध भट्टी पर बेचने वाले थे।
गिरफ्तार आरोपियों में नांगल पंडितपुरा निवासी 40 वर्षीय कमलेश, लादी का बास (सीकर) निवासी 19 वर्षीय सचिन और नौरंग देसर (बीकानेर) निवासी 28 वर्षीय राजुराम शामिल हैं। कमलेश पहले भी दूध व खाद्य पदार्थों में मिलावट और मारपीट जैसे मामलों में शामिल रह चुका है। जबकि अन्य दोनों आरोपियों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
इस पूरी कार्रवाई में सिंघाना थाने से रामपत, महेश कुमार, सुशील कुमार, चौखाराम और योगेंद्र सिंह शामिल थे, जबकि एजीटीएफ चिडावा से सुरेश, पंकज, संदीप, हरीश, योगेंद्र और अमित ने संयुक्त रूप से कार्रवाई को अंजाम दिया। फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं।