झुंझुनूं: साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का नया तरीका खोज लिया है। सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर अब “RTO चालान” व “ऑनलाइन शादी के कार्ड” के नाम पर एपीके (APK) फाइल्स भेजी जा रही हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति इस फाइल को डाउनलोड करता है, उसका मोबाइल डेटा, बैंक अकाउंट डिटेल्स, और UPI पासवर्ड साइबर अपराधियों के हाथ लग जाते हैं।
RTO चालान व शादी के कार्ड के नाम पर भेजी जा रही हैं खतरनाक फाइलें
साइबर सिक्योरिटी एजेंसियों के अनुसार, हाल के दिनों में “RTO_Challan(37D).apk” तथा “Wedding Invitation.apk”, “ShaadiCard.apk” या “Marriage Invite.apk” नाम से फाइलें भेजी जा रही हैं। ये फाइलें असल में मैलवेयर होती हैं, जो डाउनलोड करते ही मोबाइल में मौजूद बैंकिंग और पेमेंट ऐप्स तक पहुंच बना लेती हैं।
फाइल पर क्लिक करने के बाद उपयोगकर्ता को एक नकली शादी का कार्ड या एनिमेटेड इनविटेशन अथवा नकली चालान दिखाई देता है, लेकिन बैकग्राउंड में डेटा चोरी का सिलसिला शुरू हो जाता है।
कैसे होती है बैंक अकाउंट से रकम गायब
विशेषज्ञों के अनुसार, इन फाइलों में मौजूद ट्रोजन वायरस मोबाइल की इंटरनल मेमोरी और UPI ऐप्स से डेटा एक्सेस कर लेता है।
ये वायरस की-लॉगिंग और स्क्रीन मिररिंग तकनीक से ओटीपी और पासवर्ड पकड़ लेता है।
एक बार एक्सेस मिलते ही अपराधी आपके नेट बैंकिंग या UPI अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर देते हैं।
कई मामलों में यूजर्स को तब पता चलता है जब उनका अकाउंट पूरी तरह खाली हो चुका होता है।
साइबर विशेषज्ञों की चेतावनी
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने लोगों को आगाह किया है कि —
किसी भी अनजान लिंक या फाइल को डाउनलोड न करें, चाहे वह किसी रिश्तेदार या मित्र के नाम से ही क्यों न हो।
यदि किसी ने “.apk” एक्सटेंशन वाली फाइल भेजी है, तो उसे तुरंत डिलीट करें।
RTO चालान, शादी के कार्ड या किसी भी इनविटेशन को केवल विश्वसनीय वेबसाइट या PDF फाइल फॉर्मेट में ही खोलें।
मोबाइल में एंटीवायरस इंस्टॉल रखें और बायोमेट्रिक लॉक जरूर लगाएं।
शादी के सीजन में बढ़ी साइबर ठगी की घटनाएं
साइबर पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में ऐसे मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। लोग सोशल मीडिया और व्हाट्सएप के माध्यम से मिलने वाले “RTO challan”, “शादी कार्ड लिंक” को असली समझकर डाउनलोड कर लेते हैं। इसी दौरान अपराधी उनकी वित्तीय जानकारी चुरा लेते हैं। झुंझुनूं, जयपुर, दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों से दर्जनों शिकायतें सामने आई हैं, जिनमें पीड़ितों के खातों से लाखों रुपये गायब हो गए।
सावधानी ही सुरक्षा: याद रखें ये बातें
किसी भी चालान व शादी के कार्ड के नाम पर APK फाइल डाउनलोड न करें।
फाइल के नाम में अगर “.apk” हो, तो तुरंत डिलीट करें।
केवल आधिकारिक वेबसाइट या परिवारजन द्वारा दिए गए PDF लिंक पर ही भरोसा करें।
बैंक अकाउंट में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) सक्षम करें।
किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत शिकायत cybercrime.gov.in या स्थानीय साइबर पुलिस स्टेशन में करें।
पुलिस की अपील
साइबर सेल ने अपील की है कि लोग शादी के इस उत्सव काल में सतर्क रहें। अपराधी भावनाओं और सामाजिक अवसरों का फायदा उठाकर लोगों को जाल में फंसा रहे हैं।
“क्लिक करने से पहले सोचें — एक क्लिक आपकी मेहनत की कमाई उड़ा सकता है।”





