नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र 2024 आज से शुरू हो रहा है। यह सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा और इसे हंगामेदार रहने की संभावना जताई जा रही है। हरियाणा और महाराष्ट्र में एनडीए की बड़ी जीत के बाद सरकार के लिए यह सत्र अहम होगा, क्योंकि विपक्ष की स्थिति कमजोर मानी जा रही है। इस सत्र में कुल 16 विधेयकों को चर्चा और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है। इनमें वक्फ संशोधन विधेयक, आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक और ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं।
शीतकालीन सत्र की मुख्य विशेषताएं:
1. विपक्ष की रणनीति:
- इंडिया ब्लॉक के फ्लोर नेता आज सुबह संसद भवन में बैठक करेंगे, जिसमें सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा होगी।
- कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने मणिपुर की कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी और उत्तर भारत में प्रदूषण जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की बात कही है।
2. सरकार की तैयारी:
- रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर नेताओं की बैठक हुई।
- संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने दोनों सदनों के सुचारू संचालन के लिए सभी पार्टी नेताओं से सहयोग मांगा।
3. प्रमुख विधेयक:
- वक्फ संशोधन विधेयक और आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक चर्चा के लिए सूचीबद्ध हैं।
- बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, बैंकिंग विनियमन अधिनियम और अन्य संबंधित कानूनों में संशोधन करेगा।
- रेलवे अधिनियम संशोधन विधेयक रेलवे से जुड़े नियमों को अद्यतन करेगा।
4. ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’:
- ऐसी संभावना है कि सरकार इस सत्र में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल पेश कर सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में इस योजना को लागू करने की प्रतिबद्धता जताई थी।
5. राज्यसभा में विमानन विधेयक:
- राज्यसभा में भारतीय वायुयान विधेयक 2024 पेश किया जाएगा, जो विमान डिजाइन, निर्माण, संचालन, और विनियमन से संबंधित है।
शीतकालीन सत्र का राजनीतिक महत्व:
हरियाणा और महाराष्ट्र में एनडीए की जीत ने सरकार को सशक्त स्थिति में ला दिया है। दूसरी ओर, विपक्ष मणिपुर हिंसा और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। हालांकि, महाराष्ट्र और हरियाणा में हाल ही में हुई हार के बाद विपक्ष कमजोर नजर आ रहा है।