चिड़ावा: क्षेत्र के श्योपुरा गांव स्थित भगवाना जोहड़ में नवनिर्मित गोरी गोपाल उपचार शाला का लोकार्पण समारोह मंगलवार को आयोजित किया गया। दो जांटी बालाजी धाम से पधारे राम दास महाराज ने विधिवत रूप से उपचार शाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पशुप्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता, गोरक्षक और ग्रामीण उपस्थित रहे।
गौसेवक अंकित वर्मा ने बताया कि यह उपचार शाला घायल, बीमार और बेसहारा पशुओं की चिकित्सा और देखभाल के उद्देश्य से प्रारंभ की गई है। इस केंद्र पर सभी सेवाएं निःशुल्क प्रदान की जाएंगी। उन्होंने बताया कि यहां अनुभवी पशुसेवकों के साथ-साथ स्थानीय गोरक्षकों की सहायता से पशुओं का उपचार किया जाएगा। उपचार के बाद जिन पशुओं को पुनर्वास की आवश्यकता होगी, उनके लिए अलग से देखभाल की व्यवस्था भी की गई है। यह केंद्र पशुसेवा के क्षेत्र में एक सकारात्मक पहल है, जो समाज में करुणा और संवेदनशीलता के भाव को मजबूत करेगा।
राम दास महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस प्रकार की पहल न केवल पीड़ित जीवों के लिए संजीवनी है, बल्कि यह समाज में सेवा और नैतिक मूल्यों की स्थापना का कार्य भी करती है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस सेवा से जुड़कर न केवल अपने क्षेत्र के पशुओं की रक्षा करें, बल्कि इस कार्य को आंदोलन का रूप दें।
समारोह में विभिन्न गोरक्षा संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ क्षेत्र के कई गणमान्य नागरिकों की भागीदारी रही। सभी ने इस पहल को प्रशंसनीय बताते हुए इसे जनसहयोग से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन सामूहिक प्रार्थना और पशु कल्याण के प्रति जागरूकता संकल्प के साथ किया गया।
गोरी गोपाल उपचार शाला के माध्यम से क्षेत्र के उपेक्षित और घायल पशुओं को नया जीवन मिलने की उम्मीद है। साथ ही यह प्रयास पशुसेवा को लेकर समाज में नई सोच और जागरूकता उत्पन्न करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।