नई दिल्ली, 25 जून 2024: पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने मंगलवार को 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की। उन्होंने अपनी शपथ मातृभाषा मैथिली में ली, जो उनके क्षेत्र और संस्कृति के प्रति सम्मान को दर्शाता है। शपथ ग्रहण के दौरान पप्पू यादव ने जो टी-शर्ट पहन रखी थी, उस पर ‘ReNEET’ लिखा हुआ था, जिससे उनका एक विशेष मुद्दे के प्रति समर्थन स्पष्ट हो गया।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू से हुई नोकझोंक
शपथ ग्रहण के बाद पप्पू यादव ने कुछ नारे लगाए, जिनमें “रीनीट, बिहार के लिए विशेष दर्जा”, “सीमांचल जिंदाबाद”, “मानवतावाद जिंदाबाद”, “भीम जिंदाबाद”, और “संविधान जिंदाबाद” शामिल थे। उनके नारों के दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने उन्हें टोक दिया, जिससे एक तीखी नोकझोंक शुरू हो गई।
पप्पू यादव इस टोकाटाकी से नाराज हो गए और रिजिजू की ओर उंगली दिखाते हुए कहा, “मैं छठी बार का सांसद हूं, आप अब हमको सिखाएंगे।” उन्होंने आगे कहा, “आप तो कृपा पर जीते हैं, मैं अकेला लड़ता हूं। निर्दलीय जीता हूं।” यादव ने यह भी उल्लेख किया कि वे चौथी बार निर्दलीय चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं।
शपथ ग्रहण के बाद पप्पू यादव की सोशल मीडिया पोस्ट
शपथ ग्रहण के बाद पप्पू यादव ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट किया, “शपथ ग्रहण के साथ संसदीय जीवन की एक और पारी शुरू हो गई। उद्देश्य है पूर्णिया मॉडल पूरे बिहार में सेवा, न्याय और विकास की राजनीति का आदर्श बने! शपथ ग्रहण के दौरान #ReNEET का डिमांड किया और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का मांग किया!”
पप्पू यादव का राजनीतिक और सामाजिक योगदान
पप्पू यादव, जिनका असली नाम राजेश रंजन है, पूर्णिया क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सामाजिक व्यक्तित्व हैं। उन्होंने हमेशा अपने क्षेत्र के विकास और जनहित के मुद्दों को उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पप्पू यादव का ‘पूर्णिया मॉडल’ सामाजिक न्याय, शिक्षा, और विकास पर आधारित है, और वे इसे पूरे बिहार में लागू करने की वकालत करते हैं।
पप्पू यादव की ‘ReNEET’ की मांग, जो राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) की पुनर्समीक्षा की मांग है, उनके समर्थकों के बीच विशेष रूप से चर्चा का विषय है। इसके अलावा, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की उनकी मांग को भी काफी समर्थन मिला है, जिससे राज्य में विकास की गति तेज हो सके।