पाकिस्तान: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन को संबोधित किया, जहां उन्होंने आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरवाद के खिलाफ सभी देशों को एकजुट होने की अपील की। उन्होंने बिना पाकिस्तान का नाम लिए उसकी आतंकवादी गतिविधियों की कड़ी आलोचना की और कहा कि बेहतर संबंधों के लिए विश्वास की आवश्यकता है, “अगर भरोसा नहीं है, तो कुछ भी नहीं है।”
चीन पर भी साधा निशाना
जयशंकर ने सम्मेलन में चीन को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि SCO सदस्य देशों के सहयोग को परस्पर सम्मान और संप्रभु समानता पर आधारित होना चाहिए। “यह आवश्यक है कि सभी देश क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान करें,” उन्होंने स्पष्ट किया।
विदेश मंत्री ने बिना नाम लिए चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की ओर भी इशारा किया और कहा कि “यदि हम दुनिया की चुनिंदा प्रथाओं को ही आगे बढ़ाएंगे, विशेषकर व्यापार और व्यापारिक मार्गों के लिए, तो SCO की प्रगति नहीं हो सकेगी।”
आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक प्रयास की आवश्यकता
अपने संबोधन में जयशंकर ने कहा, “SCO का प्राथमिक लक्ष्य आतंकवाद, अलगाववाद और अतिवाद का मुकाबला करना होगा। वर्तमान समय में सदस्य देशों को इन तीन ‘दुश्मनों’ से लड़ना आवश्यक है।” उन्होंने ईमानदार बातचीत, विश्वास, अच्छे पड़ोसी संबंधों और SCO चार्टर के प्रति प्रतिबद्धता की भी आवश्यकता जताई।
पीएम शहबाज से की मुलाकात
SCO सम्मेलन में भाग लेने से पहले, विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ से मुलाकात की। जयशंकर बुधवार सुबह 10:30 बजे इस्लामाबाद के जिन्ना कन्वेंशन सेंटर पहुंचे, जहां उनका स्वागत प्रधानमंत्री और डिप्टी पीएम इशाक डार ने किया।
SCO की बैठक का एजेंडा
SCO की बैठक 11 बजे शुरू हुई, जिसमें व्यापार और आर्थिक एजेंडा पर चर्चा की जाएगी। बैठक के बाद ढाई बजे लंच का आयोजन होगा, और शाम 4 बजे जयशंकर भारत के लिए रवाना हो जाएंगे।