फाइल फोटो
झुंझुनू, 8 अक्टूबर: पिलानी थाना क्षेत्र के लीखवा गांव में विवाहिता लक्ष्मी कुमावत की आत्महत्या के मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। बुधवार को पुलिस और एफएसएल टीम ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर साक्ष्य जुटाए। जांच के दौरान पुलिस को मृतका की एक डायरी मिली, जिसके कुछ हिस्से पीहर और ससुराल पक्ष के सामने पढ़कर सुनाए गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डायरी के अंशों में यह उल्लेख किया गया है कि मृतका ने अपने पति रणवीर कुमावत को निर्दोष बताया है और अपनी मौत के लिए अपने जीजा और पीहर पक्ष के कुछ लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। इस खुलासे के बाद मामला पूरी तरह से नई दिशा में मुड़ गया है।
पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड की मौजूदगी में हुआ
बुधवार को लक्ष्मी कुमावत का पोस्टमार्टम बिरला सार्वजनिक अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा पीहर और ससुराल पक्ष की मौजूदगी में किया गया था। इसके बाद शव परिजनों को सौंपा गया। लीखवा मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण, परिजन और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पहले पति पर लगे थे गंभीर आरोप
इससे पहले मृतका के भाई ने पति रणवीर और ससुराल पक्ष पर दहेज उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने FIR के आधार पर जांच शुरू की थी, लेकिन अब डायरी के खुलासे के बाद जांच का रुख बदल गया है।
पुलिस जुटा रही सभी साक्ष्य
मामले की जांच डीएसपी विकास धींधवाल कर रहे हैं। एफएसएल टीम ने मौके से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किए हैं। फिलहाल पुलिस ने मीडिया को कोई बयान नहीं दिया है और हर एंगल से जांच जारी है। अधिकारी जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट पेश करेंगे।





