राज्यसभा चुनाव 2024: तृणमूल कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए चार नामों की घोषणा की है, जिनमें से एक नाम वरिष्ठ पत्रकार सागरिका घोष का है. टीएमसी का राज्यसभा के लिए सागरिका घोष के नाम का एलान करना सभी के लिए चौंका देने वाला था. सागरिका घोष पेशे से पत्रकार हैं. एमजे अकबर से लेकर अरूण शौरी तक अब तक कुल 9 पत्रकार ऐसे हैं, जिन्हें राज्यसभा के लिए चुना जा चुका है.
हरिवंश नारायण सिंह
पहला नाम हरिवंश नारायण सिंह का है, जो कि साल 2018 में पहली बार राज्यसभा के उप सभापति बने. इससे पहले हरिवंश नारायण सिंह राज्यसभा सांसद थे और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के सलाहकार के रूप में भी काम कर चुके हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा एक पत्रकार के रूप में खुद को प्राथमिकता दी. इन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया समूह की हिंदी पत्रिका ‘धर्मयुग’ से पत्रकारिता की शुरुआत की थी.
अरुण शौरी
दूसरा नाम अरुण शौरी का है, जो कि द इंडियन एक्सप्रेस और द टाइम्स ऑफ इंडिया के संपादक रह चुके हैं. शौरी को साल 1998 में बीजेपी ने राज्यसभा सांसद के रूप में नामित किया गया था और 2010 तक ये उच्च सदन में रहे. अरूण शौरी अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री थे.
राजीव शुक्ला
इस लिस्ट में तीसरा नाम राजीव शुक्ला का है. राजीव शुक्ला कांग्रेस पार्टी के चर्चित नेता हैं. राजनीति में आने से पहले वह हिंदी पत्रकारिता जगत में थे. शुक्ला जनसत्ता अखबार और रविवार मैगजीन के साथ काफी समय तक जुड़े रहे. टीवी का पॉपुलर शो रूबरू भी राजीव शुक्ला होस्ट किया करते थे. साल 2000 में वह पहली बार राज्यसभा पहुंचे थे.
एमजे अकबर
चौथा नाम एमजे अकबर का है, जो कि राजनीति में आने से पहले पत्रकार थे. उन्होंने कई बड़े संस्थानों में बतौर संपादक काम किया. अपने जर्नलिज्म करियर में अकबर द टेलीग्राफ, द एशियन एज और इंडिया टुडे जैसे समाचार पत्रिकाओं संग जुड़े रहे. साल 2015 में ये झारखंड से राज्यसभा के लिए चुने गए.
सुभाष चंद्रा
जी ग्रुप के संस्थापक सुभाष चंद्रा बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा में शामिल हुए थे. चंद्रा 2016 के राज्यसभा चुनाव में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में हरियाणा से संसद के उच्च सदन के लिए चुने गए थे. 31 मई, 2022 को, सुभाष चंद्रा ने भाजपा समर्थित एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा चुनाव के लिए राजस्थान से अपना नामांकन दाखिल किया, लेकिन वह चुनाव हार गए.
शोभना भरतिया
अगला नाम शोभना भरतिया का है, जो कि हिंदुस्तान टाइम्स ग्रुप की चैयरपर्सन और एडिटोरियल डायरेक्टर हैं, इन्हें साल 2006 में कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकित किया था. शोभना साल 2006 से लेकर 2012 तक तक राज्यसभा की सदस्य रह चुकी हैं.
राजीव चन्द्रशेखर
राजीव चन्द्रशेखर एशियानेट न्यूज ऑनलाइन प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर हैं, जिनके पास एशियानेट न्यूज़, सुवर्णा न्यूज और न्यूज़एबल जैसे समाचार आउटलेट हैं. चंद्रशेखर ने रिपब्लिक टीवी की होल्डिंग कंपनी एआरजी आउटलायर मीडिया में भी कुछ समय के लिए इन्वेस्ट किया था. चंद्रशेखर 2006 से बीजेपी की ओर से तीन बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं.
स्वपन दास गुप्ता
इसके अलावा अन्य नाम की बात करें तो ये स्वपन दास गुप्ता का है. स्वपन दास गुप्ता कई बड़े अखबारों में भी काम कर चुके हैं, जिनमें इंडियन एक्सप्रेस, टाइम्स ऑफ इंडिया, स्टैट्समैन और इंडिया टुडे के नाम शामिल हैं. स्वपन दास गुप्ता सबसे पहले साल 2016 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे.