जयपुर, 5 अगस्त 2024: राजस्थान सरकार ने अग्निवीरों की शहादत को मान्यता देते हुए उनके परिवारों को कारगिल पैकेज देने की घोषणा की है। सोमवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के सवाल के लिखित जवाब में सरकार ने अग्निवीरों के लिए विशेष सुविधाएं देने की घोषणा की। अब शहीद अग्निवीरों के परिवार को भी वही लाभ मिलेंगे जो कारगिल युद्ध के शहीदों के परिवारों को मिलते हैं।
कारगिल पैकेज के तहत मिलने वाली सुविधाएं
- 25 लाख नकद, 25 बीघा नहरी जमीन या एमआईजी का मकान: शहीद अग्निवीर की पत्नी को 25 लाख रुपये नकद, 25 बीघा नहरी जमीन या एमआईजी मकान मिलेगा।
- सरकारी नौकरी: शहीद अग्निवीर की पत्नी या परिवार के अन्य सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
- बच्चों की फ्री शिक्षा: शहीद अग्निवीर के बच्चों को सरकारी स्कूल से लेकर इंजीनियरिंग, मेडिकल और सामान्य कॉलेजों में फ्री शिक्षा मिलेगी।
- स्कॉलरशिप: स्कूल जाने वाले बच्चों को प्रतिवर्ष 1800 रुपये और कॉलेज जाने वाले बच्चों को 3600 रुपये की स्कॉलरशिप मिलेगी।
- माता-पिता को एफडी: शहीद अग्निवीर के माता-पिता को 5 लाख रुपये की एफडी मिलेगी।
- रोडवेज में फ्री यात्रा: शहीद के परिवार के सदस्यों को राजस्थान रोडवेज में साधारण, एक्सप्रेस और डीलक्स बसों में फ्री यात्रा की सुविधा मिलेगी।
शहीद अग्निवीर के नाम से नामकरण
कारगिल पैकेज के प्रावधानों के अनुसार, शहीद अग्निवीर के नाम से स्कूल, अस्पताल, पंचायत भवन, मार्ग, पार्क या किसी अन्य सार्वजनिक स्थान का नामकरण किया जाएगा।
विकलांगता की स्थिति में सुविधाएं
यदि अग्निवीर स्थायी रूप से विकलांग हो जाते हैं, तो भी उन्हें कारगिल पैकेज जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
सरकारी नौकरी में आरक्षण
राजस्थान सरकार ने सरकारी नौकरी में अग्निवीरों को 10% आरक्षण देने की घोषणा की है। पुलिस, जेल प्रहरी और वन रक्षक भर्ती में अग्निवीरों को आरक्षण मिलेगा।
उपचुनाव और सियासी प्रभाव
शहीद अग्निवीरों को कारगिल पैकेज देने का फैसला भजनलाल शर्मा सरकार ने उपचुनावों से पहले सियासी पर्सेप्शन को बदलने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
परमानेंट सैनिक और अग्निवीर में अंतर
अग्निवीरों को चार साल की सेवा के बाद कोई पेंशन नहीं मिलेगी, जबकि परमानेंट सैनिकों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिलती है। परमानेंट सैनिकों को उदारीकृत पारिवारिक पेंशन और अन्य कई लाभ मिलते हैं जो अग्निवीरों को नहीं मिलते।
अग्निपथ योजना
अग्निपथ योजना के तहत आर्मी, नेवी और एयर फोर्स में चार साल के लिए नौजवानों को कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाता है। चार साल बाद 25% अग्निवीरों को परमानेंट सर्विस में लिया जाएगा।