सुलताना: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के चिड़ावा क्षेत्र में विभिन्न आयोजन हुए। इसी क्रम में सुलताना ग्रामीण मंडल के भामरवासी शक्ति केंद्र पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनके जीवन एवं विचारों को स्मरण किया।
कार्यक्रम का संचालन विकास कुमार ने किया, जिन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. मुखर्जी का जीवन राष्ट्रहित, अखंडता और सिद्धांतों के प्रति समर्पण का प्रतीक रहा है। उन्होंने कहा कि देश की एकता और सांस्कृतिक पहचान के लिए संघर्ष करने वाले डॉ. मुखर्जी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं और युवाओं को प्रेरित करते हैं।
वक्ताओं ने पर्यावरण संरक्षण को राष्ट्रसेवा का आधुनिक स्वरूप बताते हुए मानसून के दौरान अधिक से अधिक पौधारोपण करने का संकल्प लिया। यह निर्णय लिया गया कि उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए प्रत्येक कार्यकर्ता पौधारोपण करेगा और उसके संरक्षण का दायित्व भी निभाएगा। इस अवसर पर सामाजिक जागरूकता और जनसहभागिता की भावना को प्रोत्साहित करने की दिशा में यह पहल एक महत्वपूर्ण कदम मानी गई।
कार्यक्रम में सुमित जानू, कुलदीप माहिच, सुनील जानू, विकास इक्तावरपुरा, संदीप माहिच और निलेश रोलानिया सहित कई स्थानीय कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने डॉ. मुखर्जी के सिद्धांतों को आत्मसात करने और सामाजिक सरोकारों से जुड़कर कार्य करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल पुष्पांजलि अर्पण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसे एक जागरूकता अभियान के रूप में प्रस्तुत किया गया, जिससे समाज में पर्यावरणीय चेतना, राष्ट्रभाव और सेवा भावना को सशक्त किया जा सके। उपस्थित कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि ऐसे आयोजन केवल स्मृति दिवस नहीं, बल्कि प्रेरणा दिवस के रूप में मनाए जाने चाहिए ताकि भावी पीढ़ी देश के प्रति अपने कर्तव्यों को समझ सके।