मीसा बंदी पेंशन: राजस्थान में मीसा बंदियों को मिल रही सुविधाएं फिर बहाल होंगी। बंद पेंशन फिर शुरू होगी। सीएम भजनलाल शर्मा पहली कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लेंगे। सूत्रों के अनुसार तैयारी पूरी हो गई है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कैबिनेट की बैठक होगी। पिछली गहलोत सरकार ने 14 अक्टूबर 2019 को मीसा बंदियों की पेंशन बंद कर दी थी। राजस्थान में 1120 मीसा और डीआरआई बंदियों को 20 हजार रुपये मासिक पेंशन, रोड़वेज बस में नि:शुल्क यात्रा और नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा मिलती है। पेंशन बंद करने की बीजेपी ने आलोचना की थी। राजस्थान में अब सत्ता परिवर्तन हो गया है। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि मीसा बंदियों की पेंशन फिर शुरू होने वाली है।
वसुंधरा सरकार ने लोकतंत्र सेनानी दिया था नाम
उल्लेखनीय है कि वसुंधरा राजे सरकार ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सलाह पर आपातकाल के दौरान जेल गए 1120 मीसा और डीआरआई बंदियों को लोकतंत्र सेनानी नाम दिया था। वसुंधरा राजे सरकार ने इन 1120 लोगों को 20 हजार रुपये मासिक पेंशन, यात्रा भत्ता एवं नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा देने का निर्णय लिया था। मीसा और डीआरआई बंदियों को पेंशन और अन्य सुविधाएं देने के लिए वसुंधरा राजे सरकार ने लोकतंत्र रक्षक सम्मान निधि योजना लागू की थी। अशोक गहलोत सरकार ने सत्ता में आते ही इस योजना को बंद करने पर विचार करने की बात कही थी।