चिड़ावा, 22 दिसम्बर 2024: शहर की झुंझुनूं रोड चौराहा के पास स्थित एक निजी अस्पताल के बाहर महिला की मौत के मामले में परिजनो ने हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर मृतक महिला का पोस्टमार्टम करवाया।
मिली जानकारी के अनुसार सुलताना निवासी युवक इमरान 19 अक्टूबर को अपनी मां 52 वर्षीय छोटी बानो पत्नी माले खां को चुंगी नाका, गौरव पथ स्थित जयपुर अस्पताल लेकर आया था। यहां पर महिला के लीवर में प्रॉब्लम के चलते 20 अक्टूबर को पथरी का ऑपरेशन किया गया। 22 अक्टूबर को महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। परिजनों का आरोप है कि इसके बाद से महिला की तबियत बिगड़ती गई। अस्पताल के डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने पहले तो लापरवाही बरती और कुछ दिन यहां रखने के बाद जयपुर ले जाने की बात कह दी।
जयपुर में निजी अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टर ने बताया कि लीवर में कट लगा हुआ है और पित की थैली भी खुली हुई है। जिसके कारण मवाद पड़ गई है। इसके बाद एक बार फिर चिड़ावा के निजी अस्पताल ले कर आए तो डॉक्टर ने जयपुर एस एम एस अस्पताल ले जाने की बात कहते हुए हाथ खड़े कर दिए। वहां भी महिला के लीवर में कट और मवाद होने की बात डॉक्टर ने बताई। परसों फिर से परिजन महिला को लेकर गौरव पथ स्थित उसी निजी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसे एड्मिट कर लिया गया।आखिरकार आज सुबह लापरवाही के चलते महिला की मौत हो गई।
मौक़े पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर महिला के शव को एंबुलेंस के जरिए चिड़ावा सीएचसी पहुंचाया। सीआई विनोद सामरिया ने बताया कि डॉक्टर संदीप जांगिड़, डॉक्टर नरेश तेतरवाल व डॉक्टर अनिता पायल की तीन सदस्यीय बोर्ड द्वारा महिला का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। मृतक महिला के पति शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
परिजनों ने लापरवाही बरतने के आरोपी डॉक्टर प्रशांत गिल व अस्पताल पर मुकदमा दर्ज करने व लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर और स्टाफ पर कार्रवाई की मांग की है।