मंड्रेला: गुरूवार को कुंभाराम लिफ्ट कैनाल से पानी की मांग को लेकर सर्व समाज द्वारा एक सभा का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने मंच से मंड्रेला को नहर से मीठा पानी सप्लाई करने की मांग की। सभा के बाद रैली के रूप में उप तहसील कार्यालय पहुंच कर सर्व समाज के प्रतिनिधियों द्वारा नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में सरकार को 15 दिन में कस्बेवासियों की मांग पर विचार करने की मोहलत दी गई है, इसके बाद विचार-विमर्श कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। जनसभा और रैली में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए।
मुख्य बाजार में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मंड्रेला के लोग वर्षों से जलापूर्ति की समस्या झेल रहे हैं। भूजल खारा और फ्लोराइड युक्त है, जिससे यहां के लोगों को स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
युवा कार्यकर्ता गौरव मित्तल ने कहा कि 7 वर्ष पूर्व मण्ड्रेला से होते हुवे झुंझुनूं को पानी दिया गया। तत्कालीन सरकार ने मण्ड्रेला के साथ सौतेला व्यावहार किया। अब फिर एक बार हमारे गाँव से होते हुवे पिलानी को पानी मिलेगा, लेकिन मण्ड्रेला को नहीं। अब फिर से वही गलती नहीं दोहराने देंगे। उन्होंने कहा कि पिलानी के लिए कुंभाराम नहर परियोजना से जलापूर्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा 35.57 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है। इसके लिए मंड्रेला से होते हुए ही पाईप लाइन पिलानी तक जाएगी। गौरव मित्तल ने कहा कि राज्य सरकार सहृदयता दिखाते हुए अगर थोड़ा और बजट जारी कर दे तो मंड्रेला की 25 हजार की आबादी को भी पानी मिल सकता है।
जनसभा की अध्यक्षता कर रहे रिड़मल सिंह काजला ने कहा कि सर्व समाज इस मांग को लेकर सड़कों पर उतरने को तैयार हैं। सरकार को हमारी बात सुननी होगी और जल्द से जल्द कार्रवाई करनी होगी।
बाद में सभा में शामिल सैंकड़ों लोग रैली के रूप में कस्बे के प्रमुख मार्गों से होते हुए उप तहसील कार्यालय पहुंचे, जहां नायब तहसीलदार राजकुमार सिहाग को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इससे पूर्व उप तहसील कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी की गई।