तेहरान: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो जाने के बाद, भारत ने अपने दोस्ती के संबंधों की अद्वितीय मिसाल पेश की है। राष्ट्रपति रईसी के निधन पर भारत ने 21 मई को एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया और तत्पश्चात अपने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को बुधवार को तेहरान भेजा।
उपराष्ट्रपति धनखड़ की श्रद्धांजलि
बुधवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने तेहरान में हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन के दुखद निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने अपने गहरे शोक और संवेदना प्रकट की और ईरान के कार्यवाहक राष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर से मुलाकात की।
धनखड़ ने आधिकारिक अंत्येष्टि कार्यक्रम में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और दिवंगत राष्ट्रपति रईसी, दिवंगत विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन सहित अन्य ईरानी अधिकारियों को भी श्रद्धांजलि दी। उपराष्ट्रपति कार्यालय ने धनखड़ की श्रद्धांजलि देने की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा कीं, जिसमें कहा गया, ‘‘उपराष्ट्रपति धनखड़ ने आज तेहरान में दिवंगत राष्ट्रपति रईसी, दिवंगत विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन और अन्य ईरानी अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।’’
विदेश मंत्रालय की संवेदना
विदेश मंत्रालय ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए बताया, ‘‘उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज तेहरान में ईरान के कार्यवाहक राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मोखबर से मुलाकात की। उपराष्ट्रपति ने दिवंगत राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री एच. अमीर अब्दुल्लाहियन के दुखद निधन पर संवेदना व्यक्त की।’’
भारत की ओर से शोक
भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रईसी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नई दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास जाकर भारत की ओर से इस क्षति पर शोक व्यक्त किया था।
ईरान में शोक कार्यक्रम
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई की अध्यक्षता में बुधवार को देश के दिवंगत राष्ट्रपति, विदेश मंत्री और हादसे में मारे गए लोगों के लिए जनाजे की नमाज पढ़ी गई। इसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया और दुनिया के कई नेता आधिकारिक अंत्येष्टि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तेहरान में थे।