Friday, May 9, 2025
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“भारत की कार्रवाई के बाद बिलावल भुट्टो का बयान: सिंधु में पानी या खून, एक गंभीर चेतावनी”

इस्लामाबाद, पाकिस्तान: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान पर सख्त रुख अपनाया है। आतंकवाद को लेकर लंबे समय से सतर्क भारत ने इस बार सीधी कार्रवाई करते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित करने का ऐलान किया। इसके जवाब में पाकिस्तान में राजनीतिक उबाल आ गया है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भड़काऊ बयान देते हुए कहा, “या तो सिंधु नदी में हमारा पानी बहेगा या भारत का खून।”

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भड़काऊ बयान: “मैं सिंधु नदी के साथ खड़ा हूं” – बिलावल

सिंध प्रांत के सुक्कुर में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा,

“मैं इस सिंधु नदी के साथ खड़ा हूं और भारत को संदेश देता हूं कि सिंधु नदी हमारी है। या तो हमारा पानी इस नदी में बहेगा या आपका खून बहेगा।”

बिलावल भुट्टो ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए पाकिस्तान को आतंकवाद के लिए दोषी ठहरा रहा है।

हमले के बाद भारत का बड़ा कदम: सिंधु जल संधि निलंबित

पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। इस हमले को पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा अंजाम दिए जाने की पुष्टि के बाद भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को एकतरफा निलंबित करने का निर्णय लिया।

इस निर्णय की घोषणा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें भारत से पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने के लिए विस्तृत रोडमैप तैयार किया गया।

“पानी की एक भी बूंद पाकिस्तान नहीं जाएगी” – सीआर पाटिल

जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि केंद्र सरकार ने अल्पकालिक, मध्यम अवधि और दीर्घकालिक तीन उपायों पर काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा:

“जल्द ही नदियों से गाद निकालने का काम शुरू किया जाएगा ताकि पानी के प्रवाह को रोका जा सके और उसका रुख मोड़ा जा सके। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि भारत का पानी भारत में ही रहे।”

पाकिस्तान में सिंधु पर फूट: चोलिस्तान नहर परियोजना विवादों में

भारत की इस सख्त प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान के भीतर भी सिंधु नदी को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। सिंध प्रांत में पीपीपी ने पंजाब प्रांत में शुरू की गई चोलिस्तान नहर परियोजना का विरोध किया, जिससे पाकिस्तान की सत्तारूढ़ गठबंधन में दरार उभर आई है।

पंजाब की मुख्यमंत्री मरयम नवाज और पाक सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर द्वारा फरवरी में उद्घाटन की गई इस परियोजना के खिलाफ सिंध में भारी विरोध प्रदर्शन हुए।

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तनाव के बीच मुलाकात: भुट्टो और शरीफ ने की बातचीत

तनाव को देखते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो के बीच मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने विवादास्पद परियोजना को स्थगित करने पर सहमति जताई। यह भी तय हुआ कि यह मुद्दा काउंसिल ऑफ कॉमन इंटरेस्ट (CCI) में आम सहमति बनने तक लंबित रहेगा।

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