मंड्रेला, 30 अगस्त 2024: राजकीय पशु चिकित्सालय बुडानिया द्वारा शुक्रवार को खुरपक्का-मुँहपक्का रोग नियंत्रण और पशुपालन विभागीय योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से जन चेतना शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय डॉ. शिवरत्न उपस्थित थे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम पंचायत बुडानिया के सरपंच हनुमान सिंह ने की।
शिविर में सरपंच हनुमान सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के शिविर पशुओं के स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी होते हैं और भविष्य में ग्राम पंचायत इस प्रकार के शिविरों को और भी बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत रहेगी। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व उपप्रधान रणधीर सिंह बुडानिया, पूर्व सरपंच नागरमल, डॉ. रामजी लाल सैनी इस्माइलपुर, भामाशाह रघुवीर सिंह, दुलीचंद मेघवाल उप सरपंच शामिल थे।
मुख्य अतिथि डॉ. शिवरत्न, प्रभारी रोग निदान केंद्र झुन्झुनूं, ने शिविर के दौरान पशुओं में खुरपक्का-मुँहपक्का (एफएमडी) टीकाकरण के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह रोग गाय, भैंस, भेड़-बकरी, और शूकर को प्रभावित करता है। यह विषाणुजनित, संक्रमित, और छूत का रोग है, जिससे प्रभावित पशुओं के मुँह और खुरों में छाले और घाव हो जाते हैं। इस रोग से पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और दूध उत्पादन में गिरावट आती है, जिससे पशुपालकों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ता है। नियमित टीकाकरण के माध्यम से इस रोग से बचाव संभव है।
शिविर के दौरान पशुपालन विभाग की मोबाइल टीम ने पशुओं से प्री-टीकाकरण सैंपल एकत्रित किए। राजकीय पशु चिकित्सालय बुडानिया के प्रभारी, डॉ. विकास काला ने बताया कि खुरपक्का-मुँहपक्का रोग के फैलाव को रोकने के लिए टीकाकरण अनिवार्य है और पशुपालकों को अपने पशुओं का समय-समय पर टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए।
पूर्व उपप्रधान रणधीर सिंह बुडानिया ने भी ग्रामीण पशुपालकों से अपील की कि वे अपने सभी गौवंश और भैंसों का टीकाकरण सुनिश्चित करें और विभागीय योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं। डॉ. रामजी लाल सैनी ने पशुपालन विभाग की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी, जिससे पशुपालकों को अपने व्यवसाय में सहायता मिल सके।
शिविर में डॉ. सुनील रैया, पशु चिकित्सा अधिकारी; विनोद कुमार पुनिया, पशुधन सहायक; रेणु मान, पशुधन सहायक; पशु मित्र कुलदीप, जितेंद्र सिंह, रामसिंह सैनी, पूरणमल सैनी, बजरंग लाल, सांवल राम मास्टर, राजवीर सिंह नारनोलिया, अनिल मेघवाल, श्रीचंद मेघवाल, राम सिंह छाबड़ी, मक्खन लाल सैनी, बाली देवी, पूनम, बनारसी देवी, सुशीला देवी, राकेश कुमार, मनजीत कुमार, प्रवीण कुमार, जगदीश, मिथुन कुमार, मोहर सिंह सैनी, मांगू राजपूत, जगदीश रावत, सुनीता, विकास मेघवाल, बंटी कुमार सहित कई अन्य ग्रामवासी उपस्थित रहे।
इस शिविर से बुडानिया और आसपास के ग्रामीण पशुपालकों को पशुपालन के महत्व और विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी मिली, जिससे उन्हें अपने पशुओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में सहायता मिलेगी।