प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: महाकुंभ 2025 की तैयारी के चलते प्रयागराज में अखाड़ों के संतों के बीच आपसी विवाद फिर से सतह पर आ गया है। 13 प्रमुख अखाड़ों के संत प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय में एकत्र हुए, जहां आपसी बातचीत के दौरान तनाव इतना बढ़ गया कि निर्मोही अनी अखाड़ा के अध्यक्ष राजेंद्र दास की कुछ संतों द्वारा कथित पिटाई तक कर दी गई। इस घटना के बाद निर्मोही अनी सहित श्रीमहार्निवाणी, दिगंबर अनी, निर्वाणी अनी, निर्मल और अटल अखाड़े के संतों ने मेला क्षेत्र में जमीन का निरीक्षण करने से इनकार कर दिया।
मामले की जांच की मांग
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी, जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक हरि गिरि, और सभापति प्रेम गिरि के खिलाफ कुंभ मेलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों को शिकायत देकर जांच और आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई है। इस विवादित मामले में संतों का एक गुट कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद की उपस्थिति में जमीन का निरीक्षण करने के बाद प्रशासन की तैयारियों से संतुष्ट नजर आया। हालांकि, दूसरा गुट अभी भी स्थिति को लेकर असंतुष्ट है और अपनी ओर से भी शिकायत देने की तैयारी में है।
महाकुंभ के लिए अखाड़ों को एकजुट करने की कोशिश
अखाड़ों के बीच गहराते विवाद को सुलझाने और एकजुटता बनाए रखने के लिए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का गठन किया गया है। पूर्व अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के निधन के बाद, अखाड़ों में मतभेद बढ़ गए हैं और वे दो धड़ों में बंट गए हैं। वर्तमान कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद के विशेष निमंत्रण पर सभी अखाड़ों के संत मेला प्राधिकरण कार्यालय पहुंचे थे।
विडियो देखें:
प्रयागराज में संतों की बैठक में हंगामा
— UP Desk (@NiteshSriv007) November 7, 2024
अखाड़ा परिषद के दो गुटों के बीच मारपीट
बैठक के बाद मेला क्षेत्र में दिखाई जानी थी जमीन
मौके पर काफी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवान तैनात pic.twitter.com/SkemBKgXYj
विवाद का कारण: कुर्सी को लेकर शुरू हुआ विवाद
निर्मोही अनी अखाड़ा के अध्यक्ष राजेंद्र दास ने आरोप लगाया कि वहां पर फर्जी लोगों को कुर्सी पर बैठाया गया था, और जब उन्होंने अपनी कुर्सी मांगी तो विवाद को जानबूझकर भड़काया गया। दूसरी ओर, दूसरे पक्ष ने किसी भी प्रकार के विवाद से इंकार किया और आरोपों को निराधार बताया।
आठ अखाड़ों ने किया मेला क्षेत्र का निरीक्षण
कुंभ मेले की तैयारियों के मद्देनजर जूना, निरंजनी, अग्नि, आह्वान, आनंद, नया अखाड़ा और बड़ा अखाड़ा के संतों ने कुंभ मेलाधिकारी के साथ गंगापार जाकर मेला क्षेत्र की जमीन का निरीक्षण किया। प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं को लेकर संतों ने संतोष जताया। कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अभी तक आठ अखाड़ों को जमीन का निरीक्षण करवाया जा चुका है, और शेष अखाड़ों को शुक्रवार सुबह जमीन दिखाई जाएगी।