पाली, राजस्थान: रविवार की तड़के राजस्थान के पाली जिले में स्थित नागा बाबा बगीची गणेश मंदिर में एक गंभीर वारदात हुई, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। एक अघोरी ने मंदिर के 60 वर्षीय महंत सुरेश गिरी पर चाकू से हमला कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया। इस हिंसक घटना के दौरान संत के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर कुछ श्रद्धालु मौके पर पहुंचे और लाठी-डंडों की मदद से हमलावर से संत को किसी तरह छुड़ाया गया। घायल महंत को पाली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
हमले का कारण बना आरती के समय की पूछताछ
पुलिस के अनुसार, इस हमले के पीछे की वजह मंदिर में संत द्वारा आरोपी से की गई पूछताछ बताई जा रही है। घटना के दौरान सुरेश गिरी सुबह की आरती कर रहे थे। जब उन्होंने आरोपी अघोरी भवानीशंकर से आरती के समय वहां रुकने का कारण पूछा, तो आरोपी को यह बात नागवार गुजरी और उसने संत पर चाकू से वार करना शुरू कर दिया। कई मिनटों तक चले इस हमले में संत को गंभीर चोटें आईं। यह घटना मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
आरोपी का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड
हमले के बाद पुलिस ने आरोपी भवानीशंकर को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि आरोपी एक दिन पहले ही मंदिर परिसर में ठहरा था। पुलिस ने आरोपी के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड को खंगालना शुरू कर दिया है, और उससे मंदिर परिसर में उसके ठहरने का कारण पूछा जा रहा है। पुलिस अधिकारी के अनुसार, आरोपी भवानीशंकर के खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज होने की संभावना है।
घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल, लोग मांग रहे कड़ी सजा
घटना के बाद मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों में दर्ज फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में हमले की भयावहता साफ नजर आ रही है। स्थानीय लोगों और मंदिर के श्रद्धालुओं ने आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है। सोशल मीडिया पर लोग इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त कर रहे हैं और कानून-व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं।
विडियो देखें:
Video: राजस्थान के मंदिर में चाकूबाजी, अघोरी ने संत पर बोला हमला, CCTV में कैद हुई पूरी घटना pic.twitter.com/q29McmOaVP
— Amit Kasana (@amitkasana6666) November 10, 2024
क्षेत्र में भय का माहौल, श्रद्धालुओं में चिंता
इस घटना के बाद पाली के श्रद्धालुओं में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर एक ऐसा स्थान होता है जहां लोग शांति और ध्यान के लिए आते हैं। ऐसे में इस तरह की हिंसक वारदातों से धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं। घटना के बाद पुलिस ने मंदिर परिसर की सुरक्षा को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।