झेरली गांव की रोही में मीणों की जोहड़ी में एक खेत पर बनी पानी की डिक्की में डूब जाने से आज पिलानी के 15 वर्षीय किशोर की मौत हो गई। मृतक दीपेश यादव सुबह 5 बजे घर से अपने दोस्तों के साथ झेरली आश्रम जाने के लिए कह कर गया था। दीपेश पुत्र देवेंद्र यादव का परिवार पिलनी के पंचवटी के समाने स्थित कॉलोनी में किराये के मकान में रहता है। दीपेश के पिता आर्मी में है और वे मूल रूप से अलवर निवासी हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिलानी के बिरला हाई स्कूल के कक्षा 11वीं में पढ़ने वाले 5 दोस्त दीपेश, मुकुल, सोमिल, प्रिंस और वेदिक झेरली आश्रम गए थे जहां से वापस लौटते वक्त ये हादसा हो गया। मीणों की जोहड़ी में खेत पर बनी पानी की डिक्की को देख कर सभी वहीं रुक गए और नहाने का प्लान बना लिया। बताया जा रहा है कि वहां मौजूद एक बुजुर्ग ने उन सबको डिक्की में उतरने के लिए मना भी किया था, लेकिन बच्चों ने बताया कि उनको तैरना आता है। इसके बाद दीपेश कपड़े उतार कर नहाने के लिए डिक्की में उतर गया। पानी ज्यादा होने की वजह से वह डूबने लगा, यह देख कर साथ के दो बच्चे भी डिक्की में उतरे लेकिन वो ज्यादा अंदर तक नहीं गए। बाद में बच्चों की चीख-पुकार सुन कर आज-पास के खेतों से दौड़ कर लोग वहां पहुंचे। हालांकि तब तक दीपेश डूब चुका था। यह भी जानकारी मिली है कि मृतक दीपेश को तैरना आता था, लेकिन पानी की गहराई अधिक होने की वजह से वह तैर नहीं पाया और डूबने से उसकी मौत हो गई।
आसपास के लोगों ने खेत के मालिक कैलाश भटैया को घटना की सूचना दी, जिस पर वो अपने खेत में पहुंचे। कैलाश ने ही फिर पुलिस को भी घटना की जानकारी दी। सूचना पर थानाधिकारी नारायण सिंह कविया मौके पर पहुंचे। डिक्की को एक साइड से तोड़ कर पानी निकाला गया और फिर रस्सों के सहारे पानी में उतरे ग्रामीणों और स्थानीय तैराकों ने पानी में डूबे दीपेश को बाहर निकाला। छात्र को फौरन बिरला सार्वजनिक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उससे पहले ही उसकी मौत हो गई थी।
जिस खेत पर डिक्की बनी है उसके मालिक कैलाश भटैया ने बताया कि सिंचाई के लिए खेत में पानी की जरूरत को देखते हुए डिक्की बनवाई थी। डिक्की काफी बड़ी है जिसकी चौड़ाई 30 फीट और लम्बाई 80 फीट है। डिक्की 17-18 फीट गहरी है। ऑफ सीजन होने की वजह से डिक्की पानी से लबालब भरी हुई थी। खेत में अभी फसल नहीं है, इसलिए वहां कोई मौजूद भी नहीं था। बच्चों को देख कर वहां से गुजर रहे किसी बुजुर्ग ने जरूर उनको रोकने की कोशिश की थी, लेकिन बच्चे माने नहीं और इसके बाद यह हादसा हो गया
दीपेश के पिता देवेंद्र यादव अपनी बेटी को एग्जाम के लिए जयपुर लेकर गए हुए हैं इसलिए समाचार लिखे जाने तक मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाई है। रिपोर्ट दर्ज होने पर शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंपा जाएगा।