पाकिस्तान: पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान की बौखलाहट स्पष्ट रूप से सामने आ रही है। भारत की सख्त प्रतिक्रिया और रणनीतिक निर्णयों से पाकिस्तान के राजनीतिक और सैन्य गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने और पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के आदेश के बाद से इस्लामाबाद की ओर से उकसाने वाले और आपत्तिजनक बयानों की बाढ़ आ गई है। इसी क्रम में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) की सांसद पलवशा मोहम्मद जई खान का हालिया बयान एक नई निम्नता की मिसाल बन गया है।

भारत विरोधी जहरीला बयान
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से PPP की सांसद पलवशा मोहम्मद जई खान ने भारत के खिलाफ जो बयान दिया है, वह न केवल आपत्तिजनक है, बल्कि भारत की संप्रभुता पर खुला हमला माना जा रहा है। अयोध्या में बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण को लेकर पलवशा ने कहा:
“बाबरी मस्जिद की पहली ईंट पाकिस्तानी सेना का जवान रखेगा और पहली अजान पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर देंगे।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत पहलगाम हमले के बाद जवाबी रणनीति पर कार्य कर रहा है। पलवशा का यह कथन भारत के धार्मिक और संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ घोर उकसावे की कोशिश माना जा रहा है।
Hey Pakistan, the Babri Masjid is history, India buried it long ago.
— Mohit Suryavanshi (@IMAntiSecular) April 30, 2025
Worry about your own crumbling country before you start fantasizing about Babri azaans in India.
Can’t even keep your lights on, but sure, dream big about reviving a lost cause. pic.twitter.com/zni17O1vor
गुरुनानक का नाम लेकर भड़काऊ बयान
पलवशा यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने भारत में सिख समुदाय की भावनाओं को भड़काने की कोशिश करते हुए कहा:
“भारत की सेना का कोई सिख जवान पाकिस्तान पर हमला नहीं करेगा, क्योंकि ये धरती गुरु नानक की पवित्र भूमि है।”
इस बयान के माध्यम से उन्होंने धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश की, जो अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की दृष्टि से घोर निंदनीय है।
खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू की प्रशंसा
पलवशा ने अपने बयान में खालिस्तानी आतंकी गुरवंत सिंह पन्नू का नाम लेते हुए उसकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा:
“पन्नू ने बहुत हिम्मत दिखाई और सच की बात कही है।”
यह बयान आतंकवाद और अलगाववाद को परोक्ष समर्थन के रूप में देखा जा रहा है, जो पाकिस्तान की आतंकी सोच को उजागर करता है।
बिलावल भुट्टो के बयान की पुनरावृत्ति
गौरतलब है कि इससे पहले PPP अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ज़रदारी भी भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान दे चुके हैं। भारत द्वारा सिंधु जल संधि निलंबित करने के फैसले के जवाब में बिलावल ने कहा था:
“इस दरिया में या तो हमारा पानी बहेगा या उनका खून।”
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय आलोचना के बाद उन्होंने अपने बयान से पलटते हुए भारत से बातचीत की बात कही थी।

भारत की प्रतिक्रिया और रणनीतिक बैठकें
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार लगातार उच्चस्तरीय बैठकों का आयोजन कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA), चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और तीनों सेनाध्यक्षों के साथ अहम बैठक की। इसके बाद आज फिर से CCS (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी), CCPA (कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स), CCEA (कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स) समेत शाम तक कैबिनेट की बैठकें तय हैं।
प्रधानमंत्री मोदी स्पष्ट कर चुके हैं:
“न तो आतंकी बचेंगे और न ही उनके आका।”