पाकिस्तान: भारत द्वारा हाल ही में किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) स्थित 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने एक इंटरव्यू में भारत को खुलेआम धमकी दी है।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक पर निर्णायक वार
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा प्राप्त इनपुट के आधार पर पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 48 घंटे के भीतर सुनियोजित और उच्च-स्तरीय सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया। इस अभियान में ड्रोन, मिसाइल और विशेष बलों की सहायता से 9 प्रमुख आतंकी लॉन्चपैड्स को पीओके में नष्ट किया गया।
सूत्रों के अनुसार, इन ठिकानों का संचालन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों द्वारा किया जा रहा था। यह अभियान आतंकी ठिकानों के साथ-साथ उनके रसद तंत्र को भी पूरी तरह ध्वस्त करने में सफल रहा।

पाकिस्तानी जनरल की धमकी: “जवाब क्रूर होगा”
पाकिस्तान इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के प्रमुख जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू में भारत को चेतावनी देते हुए कहा:
“अगर भारत ने सीजफायर का उल्लंघन किया, तो हमारा जवाब बेहद क्रूर होगा। अमेरिका समेत कई देश जानते हैं कि भारत क्या करने की कोशिश कर रहा है। कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र और वहां की जनता के अनुसार हल होना चाहिए।”
चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान अपनी सीमा और अखंडता की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान की ओर से लगातार घुसपैठ की कोशिशें की जा रही हैं।
भारत की सख्त प्रतिक्रिया: सैन्य ठिकानों को किया ध्वस्त
भारत ने पाकिस्तान की ओर से संभावित जवाबी कार्रवाई के मद्देनज़र सीमा पर चौकसी और रणनीतिक तैयारियां तेज़ कर दी हैं। पाकिस्तान द्वारा राजौरी और पुंछ सेक्टर में की गई गोलीबारी का भारतीय सेना ने सटीक और माकूल जवाब दिया।
सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना की कार्रवाई में पाक सेना की कई चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा है और कई आतंकी घुसपैठियों को मार गिराया गया है।

पाकिस्तान की नाकाम कोशिशें और झूठा प्रचार
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आवाज़ उठाने की कोशिश की, लेकिन उसे कहीं से भी ठोस समर्थन नहीं मिला। अमेरिका, फ्रांस और रूस जैसे प्रमुख देशों ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई उसकी संप्रभुता के दायरे में है।
पाक मीडिया और सरकार की ओर से फैलाई जा रही भ्रामक सूचनाएं और झूठे वीडियो भी सामने आए हैं, जिन्हें भारतीय एजेंसियों ने खारिज कर दिया।
सैन्य विश्लेषकों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि एक रणनीतिक संदेश था – यह कि भारत अब आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति पर कार्य कर रहा है।
वरिष्ठ रक्षा विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) दीपेंद्र रावत के अनुसार:
“भारत ने जिस सटीकता और रणनीति से ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, वह विश्व स्तरीय सैन्य योजनाओं के समकक्ष है। पाकिस्तान अब अंतरराष्ट्रीय दबाव और घरेलू आलोचना दोनों का सामना कर रहा है।”