Thursday, April 24, 2025
Homeदेशपश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर ममता बनर्जी का बीजेपी-आरएसएस पर...

पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर ममता बनर्जी का बीजेपी-आरएसएस पर हमला, मुर्शिदाबाद में हालात अब भी तनावपूर्ण

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में हाल ही में भड़की सांप्रदायिक हिंसा के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने रविवार को एक ओपन लेटर जारी कर कहा कि राज्य में जहां भी हिंसा होती है, वहां बीजेपी और उसकी सहयोगी ताकतों की संलिप्तता पाई जाती है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि ये संगठन जानबूझकर दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की पृष्ठभूमि का उपयोग करके विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं।

ममता बनर्जी ने अपने पत्र में राज्यवासियों से सावधानी बरतने और किसी के भी उकसावे में न आने की अपील की। उन्होंने कहा कि “बीजेपी और उसके सहयोगी दल अचानक बहुत आक्रामक हो गए हैं और हिंसा के बहाने लोगों को उकसाने का प्रयास कर रहे हैं।”

Advertisement's

मुर्शिदाबाद में हालात अब भी तनावपूर्ण, महिलाओं ने की केंद्रीय बलों की मांग

बीते सप्ताह मुर्शिदाबाद जिले में भड़की हिंसा के बाद हालात अब भी पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाए हैं। शनिवार को राज्यपाल और राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) का प्रतिनिधिमंडल जिले का दौरा कर हिंसा प्रभावित इलाकों में पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल के सामने कई पीड़ित महिलाएं रो पड़ीं और स्थायी केंद्रीय सुरक्षा बल (BSF या CAPF) की तैनाती की भावुक अपील की।

एक महिला ने रोते हुए कहा,

“हम यहां स्थायी बीएसएफ शिविरों के बिना जीवित नहीं रह सकते। यदि आवश्यकता हो तो हम उन्हें स्थापित करने के लिए अपनी जमीन और घर तक देने को तैयार हैं।”

NCW ने जताई चिंता, केंद्र सरकार तक पहुंचाएगी बात

राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार ने भी मुर्शिदाबाद में स्थायी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की तैनाती की मांग दोहराई। उन्होंने शुक्रवार को कहा था,

Advertisement's
Advertisement’s

“यहां की पीड़ित महिलाओं ने अपनी सुरक्षा और गरिमा के लिए सीएपीएफ की स्थायी उपस्थिति की मांग की है। हम इस गंभीर मुद्दे को केंद्रीय गृह मंत्रालय के समक्ष रखेंगे।”

250 से अधिक घर और 100 दुकानें क्षतिग्रस्त, प्रशासन ने सौंपी प्रारंभिक रिपोर्ट

इस बीच मुर्शिदाबाद जिला प्रशासन ने संपत्ति के नुकसान को लेकर एक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट के अनुसार, हिंसा के दौरान 250 से अधिक घरों और 100 दुकानों में तोड़फोड़ की गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह सिर्फ एक प्रारंभिक आकलन है और विस्तृत सर्वे के बाद वास्तविक आंकड़ा और बढ़ सकता है।

- Advertisement -
समाचार झुन्झुनू 24 के व्हाट्सअप चैनल से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें
- Advertisemen's -

Advertisement's

spot_img
Slide
Slide
previous arrow
next arrow
Shadow
RELATED ARTICLES
- Advertisment -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

- Advertisment -

Recent Comments

error: Content is protected !!