खेतड़ी (झुंझुनूं): झुंझुनूं के खेतड़ी थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां बीलवा गांव में एक 18 वर्षीय विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका के पीहर पक्ष ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित कर हत्या करने का संगीन आरोप लगाया है। सबसे दर्दनाक बात यह है कि मौत से कुछ घंटे पहले ही दोनों पक्षों में विवाद सुलझाने के लिए पंचायत हुई थी। पुलिस ने दहेज हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पंचायत में सुलह, कुछ घंटे बाद ही मौत की खबर
रोजड़ा निवासी पिता महेश चंद्र ने पुलिस को दी अपनी रिपोर्ट में जो बताया, वह किसी के भी रोंगटे खड़े कर सकता है। उन्होंने बताया कि उनकी 18 वर्षीय बेटी मंजू का विवाह बीलवा की ढाणी ढोलातला निवासी दाताराम के साथ हुआ था। शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग मंजू को दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। इस विवाद को सुलझाने के लिए शुक्रवार को पीहर पक्ष के लोग और अन्य रिश्तेदार बीलवा गए थे, जहां दोनों पक्षों के बीच लंबी चर्चा हुई और मामले को शांत कराया गया। सुलह होने के बाद शाम को महेश चंद्र और उनके परिवारजन वापस अपने गांव लौट आए, लेकिन उन्हें क्या पता था कि यह उनकी बेटी से आखिरी मुलाकात थी। देर रात उन्हें ससुराल वालों ने फोन पर सूचना दी कि मंजू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
“दहेज के लिए बेटी को मार डाला” – पिता का आरोप
बेटी की मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। महेश चंद्र और अन्य परिजन तुरंत वापस बीलवा पहुंचे और वहां का मंजर देखकर उनके होश उड़ गए। उन्होंने तत्काल खेतड़ी पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया। मृतका के पिता महेश चंद्र ने अपनी शिकायत में स्पष्ट रूप से आरोप लगाया है कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि दहेज के लालच में उसकी हत्या की गई है। उन्होंने पति दाताराम, ससुर मनीराम और सास संतोष देवी पर मंजू की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप देने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने दर्ज किया दहेज हत्या का मामला, DSP करेंगे जांच
खेतड़ी थानाधिकारी कैलाश चंद ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतका के पिता महेश चंद्र की शिकायत के आधार पर पति, सास और ससुर के खिलाफ दहेज हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर राजकीय उप जिला अस्पताल की मॉर्च्यूरी में रखवाया है, जहां परिजनों की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच चिड़ावा डीएसपी विकास धींधवाल को सौंपी गई है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।





