नई दिल्ली: देश में लगातार बढ़ रही महंगाई के मुद्दे पर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने एलपीजी सिलेंडर, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 40 प्रतिशत तक कम हो चुकी हैं, तब भारत में तेल उत्पादों के दामों में राहत क्यों नहीं दी जा रही है।
कच्चे तेल की कीमतें गिरीं, फिर भी जनता पर बोझ
अलका लांबा ने 2014 और वर्तमान कीमतों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए कहा कि यूपीए शासनकाल में जब कच्चे तेल की कीमत 108 डॉलर प्रति बैरल थी, तब भी पेट्रोल की कीमत 72 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 55 रुपये प्रति लीटर थी। लेकिन आज, जब कच्चे तेल की कीमत घटकर 65.31 डॉलर प्रति बैरल हो गई है, पेट्रोल 100 रुपये से ऊपर और डीजल 88 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है।
“महंगाई आज देश का सबसे बड़ा मुद्दा है, लेकिन भाजपा सरकार ने इससे पूरी तरह मुंह मोड़ लिया है,” — अलका लांबा

एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी को बताया जनता पर बोझ
उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.20 रुपये थी, जो अब बढ़कर 19.90 रुपये हो गई है। इसी तरह डीजल पर यह 3.46 रुपये से बढ़कर 15.80 रुपये हो गई है। उन्होंने यह दावा भी किया कि भाजपा सरकार ने पिछले 11 वर्षों में एक्साइज ड्यूटी से लगभग 40 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो सीधे आम आदमी की जेब से निकले हैं।
श्वेत पत्र और संसद सत्र की मांग
अलका लांबा ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वह महंगाई के मुद्दे पर संसद का विशेष सत्र बुलाए और एक श्वेत पत्र (White Paper) जारी करे, जिससे देश को यह पता चल सके कि सरकार की आर्थिक नीतियों से किसे लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए, जिससे कीमतों पर नियंत्रण संभव हो सके।
हम महंगाई के खिलाफ देश भर में आंदोलन कर रहे हैं।
— All India Mahila Congress (@MahilaCongress) April 15, 2025
आज देश की महिलाएं महंगाई से त्रस्त हैं और वे हमारे साथ आंदोलन में जुड़ रही हैं। दिल्ली, केरल, राजस्थान, यूपी, पंजाब, अंडमान-निकोबार, गोवा, पुड्डुचेरी, हरियाणा समेत कई राज्यों में हमने सड़क पर उतरकर महंगाई के खिलाफ आवाज बुलंद की… pic.twitter.com/vIIm9OogaQ
सीएजी, सीबीआई और सीवीसी जांच की मांग
अलका लांबा ने केंद्र सरकार पर तेल कंपनियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सारा तंत्र भाजपा को चुनावी चंदा दिलाने के लिए रचा गया है। उन्होंने इस पूरी प्रक्रिया की सीएजी (भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक) से ऑडिट कराने, और सीबीआई व सीवीसी से जांच कराने की मांग की है।
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों पर भी उठाया सवाल
महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने घरेलू रसोई गैस की कीमतों को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि 2014 में एक सिलेंडर की कीमत 414 रुपये थी, जो अब 1,100 रुपये से अधिक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इससे खासकर गरीब और मध्यम वर्ग की महिलाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।

देशभर में महिला कांग्रेस का आंदोलन, अलका लांबा बिहार दौरे पर
महिला कांग्रेस ने इस मुद्दे पर देशव्यापी आंदोलन शुरू कर दिया है। अलका लांबा ने जानकारी दी कि वह खुद इस आंदोलन का नेतृत्व करने बिहार जा रही हैं, जहां महिलाएं महंगाई के खिलाफ सड़कों पर उतर रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो आंदोलन और तेज होगा।